मनसे प्रमुख Raj Thackeray के मस्जिद से लाउडस्पीकर को हटाने वाले बयान के बाद एक बार फिर से इस चीज की अटकलें तेज हो गईं हैं कि अगामी चुनाव मनसे और भारतीय जनता पार्टी साथ मिलकर लड़ सकती हैं। बता दें कि शनिवार को मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने शिवसेना और एनसीपी पर भी निशाना साधा था।
क्यों आ सकते हैं बीजेपी और मनसे एक साथ?
2019 में शिवसेना के अलग होने के बाद बीजेपी को अब महाराष्ट्र में एक ऐसे ही पार्टनर की तलाश थी। जो उनके हिंदुत्ववादी एजेंडे पर काम कर सके और उनके पूर्व पार्टनर शिवसेना का विकल्प भी बन सके। वहीं राज ठाकरे की पार्टी मनसे की बात करें तो उसने राज्य में पिछले कुछ चुनावों में बहुत ही खराब प्रदर्शन किया है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 में पार्टी को मात्र एक सीट मिली थी। जिसके बाद मनसे अपने वर्चस्व को बचाने की लड़ाई लड़ रही है। ऐसे में बीजेपी से गठबंधन करने से उसको बहुत फायदा हो सकता है।
शिवसेना की सरकार बनने के बाद Raj Thackeray ने बदला अपना रुख
गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में राज ठाकरे पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ थे और उन्होंने बीजेपी के विरोध में चुनाव प्रचार भी किया था। हालांकि 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के साथ आने के बाद उन्होंने अपना स्टैंड बदला है।
मनसे प्रमुख ने 2022 जनवरी में अपनी पार्टी का झंडा चौरंगी बदलकर भगवा रंग का कर दिया था। साथ ही उन्होंने छत्रपति शिवाजी की मुहर को अपनाया था। बता दें कि उन्होंने मंच पर वीर सावरकर की फोटो भी सजाई थी। गौरतलब है कि भगवा रंग, छत्रपति शिवाजी महाराज और वीर सावरकर हिंदुत्व से ही जुड़े हुए माने जाते हैं और शिवसेना के सेक्युलर पार्टियों के साथ जाने के बाद उन्होंने एक तरह से इशारा किया था कि वो महाराष्ट्र में बाल ठाकरे की पार्टी शिवसेना की जगह लेने को तैयार हैं। साथ ही कई दिनों से उन्होंने खुलकर बीजेपी और केंद्र सरकार के खिलाफ कुछ भी नहीं कहा है।
अभी क्यों हुआ अटकलों का बाजार गर्म?
बीजेपी और मनसे के साथ आने के कयास अभी इसलिए लगाए जाने लगे हैं क्योंकि भारतीय जनता पार्टी ने सबसे पहले मस्जिद से लाउडस्पीकर का मुद्दा उठाया था। उसके बाद एक तरह से उनको समर्थन देते हुए राज ठाकरे ने भी यह बात कह दी है। गुड़ी पड़वा के अवसर पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता देवेंद्र फणवीस सहित बीजेपी के कई नेता ठाकरे के घर खाना खाने भी पहुंचे थे।
साथ ही कल केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी ने राज ठाकरे से मुलाकात भी की थी। तो इन सब चीजों से एक बार फिर अटकलों का बाजार गर्म है और कहा जा रहा कि दोनों नगर निकाय का चुनाव एक साथ लड़ सकते हैं।
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