Lakhimpur Kheri के लिए निकले पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष Navjot Singh Sidhu के नेतृत्व वाले मार्च को रास्ते में ही यमुना नगर (हरियाणा)-सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) सीमा पर रोक दिया गया है। रविवार को लखीमपुर खीरी में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई थी।
आज मोहाली से इस मार्च की शुरूआत करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा था कि अगर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री (एमओएस) अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) के बेटे आशीष मिश्रा (Aashish Mishra) गिरफ्तारी नहीं हुई या वह कल तक जांच में शामिल नहीं हुए, तो मैं भूख हड़ताल पर बैठूंगा।
सिद्धू ने बोला था कि प्रियंका को नहीं किया रिहा तो जाऊंगा लखीमपुर
5 अक्टूबर को कांग्रेस नेता Navjot Singh Sidhu ने उत्तर प्रदेश सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जाता है और प्रियंका गांधी वाड्रा को रिहा नहीं किया जाता है तो पंजाब कांग्रेस यूपी के लखीमपुर जिले में एक मार्च का नेतृत्व करेगी।
सिद्धू ने ट्वीट किया था, “अगर कल तक, किसानों की नृशंस हत्या के पीछे केंद्रीय मंत्री के बेटे को गिरफ्तार नहीं किया जाता है और किसानों के लिए लड़ते हुए अवैध रूप से गिरफ्तार की गई हमारी नेता प्रियंका गांधी को रिहा नहीं किया जाता तो पंजाब कांग्रेस लखीमपुर खीरी की ओर मार्च करेगी।”
आशीष मिश्रा लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में आरोपी हैं, जिसमें प्रदर्शनकारियों पर एक एसयूवी की चपेट में आने से चार किसानों और एक पत्रकार सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी। किसानों के अनुसार, केंद्रीय मंत्री का बेटा उस वाहन में बैठा था, जिसने किसानों को कुचल दिया, जिससे हिंसक झड़प हुई।
हालांकि, केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि उनका बेटा उस जगह पर मौजूद नहीं था जहां घटना हुई थी। मंत्री ने कथित तौर पर दावा किया कि कुछ बदमाशों ने प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ मिल गए और कार पर पथराव किया, जिससे नियंत्रण खो गया, जिससे ‘दुर्भाग्यपूर्ण घटना’ हुई।
5 अक्टूबर को आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) व अन्य पर किसानों की शिकायतों के आधार पर मामले में पहली FIR दर्ज कर की गई थी। उनके खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश और 20 अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया गया था।
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