Patra Chawl Scam: शिवसेना के दिग्गज नेता और सांसद संजय राउत की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। पात्रा चॉल घोटाले में ईडी के निशाने पर चल रहे सांसद संजय राउत को कोर्ट ने 22 अगस्त तक के लिए ईडी कस्टडी में भेज दिया है। दरअसल, संजय राउत के हिरासत के दिन खत्म होने पर उन्हें कोर्ट में पेश किया गया था। कोर्ट ने ईडी की मांग पर उनकी हिरासत 22 अगस्त तक और बढ़ा दी है।
ईडी के मुताबिक पिछली जांच में कई नए तथ्यों का खुलासा हुआ, लगभग 1.08 करोड़ रुपये के कुछ लेन-देन पाए गए और 1.17 करोड़ रुपए कैश के रूप में थे और उसी से संबंधित लेन-देन का पता चला था। ईडी को उम्मीद है कि अभी कई और बड़े खुलासे हो सकते हैं। जिसके लिए इस कस्टडी के दिन बढ़ाए जाने की मांग की गई।

Patra Chawl Scam: संजय राउत ने की थी ये मांग
जब 8 अगस्त को उनकी रिमांड खत्म होने के बाद पेशी हुई थी तब ही उन्होंने कोर्ट में अपनी कुछ मांगे रखी थी। कोर्ट में पेश हुए संजय राउत ने कहा कि जहां उन्हें रखा जाता है, वहां वेंटिलेशन नहीं है। मुझे हार्ट प्रॉब्लम है, इस वजह से सांस लेने में दिक्कत होती है। जहां उन्हें रखा जाता है वहां एक पंखा है। वहीं, ईडी (ED) ने कोर्ट के सवाल पर कहा कि इन्हें एसी में रखा गया है। संजय राउत ने कहा कि मैंने नहीं देखा, वहां बस पंखा है। संजय राउत ने ये भी कहा कि कोई दूसरा रूम मिले जहां वेंटिलेशन हो क्योंकि मैं एसी नहीं चलाता क्योंकि सांस लेने में तकलीफ होती है।
Patra Chawl Scam: क्या है पात्रा चॉल घोटाला?

- ED की जांच के मुताबिक, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को पात्रा चॉल को पुनर्विकसित करने का काम मिला था। यह काम MHADA ने उसे सौंपा था। इस प्रोजेक्ट के तहत मुंबई के गोरेगांव में 47 एकड़ में पात्रा चॉल में 672 किरायेदारों के घरों को दोबारा बनाया जाना था।
- मगर गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने MHADA को गुमराह किया और बिना फ्लैट बनाए ही यह जमीन 9 बिल्डरों को 901.79 करोड़ रुपये में बेच दी। इसके बाद गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने Meadows नाम से एक प्रोजेक्ट शुरू किया और घर खरीदारों से फ्लैट के लिए 138 करोड़ रुपये जुटाए।
- ईडी की जांच में यह बात सामने आई कि कंस्ट्रक्शन कंपनी ने गैर कानूनी तरीके से 1,034.79 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की। जिसे गैरकानूनी तरीके से ही सहयोगियों में ट्रांसफर कर दिए गए।

- ईडी के मुताबिक गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (HDIL) की सिस्टर कंपनी है। जांच में पता चला कि HDIL ने करीब 100 करोड़ रुपये प्रवीण राउत के खाते में जमा कराए थे।
- साल 2010 में प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत के खाते में 83 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे।
- प्रवर्तन निदेशालय की जांच में इसकी पुष्टि की गई कि प्रवीण राउत ने राकेश वधावन और सारंग के साथ मिलकर हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की हेराफेरी की थी।
- ईडी ने प्रवीण राउत और उनके करीबी सुजीत पाटकर से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की थी। कथित तौर पर यह बात सामने आई कि संजय राउत और प्रवीण राउत दोस्त हैं। सुजीत पाटकर को भी संजय राउत का करीबी माना जाता है। सुजीत पाटकर संजय राउत की बेटी के साथ एक वाइन ट्रेडिंग कंपनी में पार्टनर भी है।
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