Mumbai क्राइम ब्रांच की यूनिट 5 ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लेने का फर्जी सर्टिफिकेट बनाकर देते थे। इस मामले में क्राइम ब्रांच ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनका नाम जुबेर शेख और अल्फाज खान बताया जा रहा है।
दोनों ही आरोपी मुंबई के वडाला इलाके के रहने वाले हैं। पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक यह दोनों उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ से यहां रहने आए थे।

इस मामले में कुर्ला पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शशांक शेलके ने बताया कि क्राइम ब्रांच को गुप्त जानकारी मिली थी की जुबेर नाम का शख्स कुर्ला इलाके में उन लोगों को वैक्सीन का सर्टिफिकेट दे रहा है, जिन्हें कोरोना वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगी है और आरोपी इस सर्टिफिकेट के लिए लोगों से पैसे भी ले रहा है।
Mumbai पुलिस के मुताबिक जुबेर ने फर्जी सर्टिफिकेट के लिए 2 हजार रुपये मांगे थे
जानकारी के आधार पर BMC के मेडिकल ऑफिसर लुब्ना अंसारी के साथ फर्जी ग्राहक भेजकर ट्रैप लगाया गया। जुबेर ने 2,000 रुपये की मांग की थी और कहा था बस आधार कार्ड और मोबाइल नंबर चाहिए, जिसके बाद सर्टिफिकेट मिल जाएगा।

इसके बाद जुबेर को Mumbai पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान जुबेर ने अल्फाज का नाम बताया और कहा कि वो इसकी मदद से फर्जी सर्टिफिकेट मुहैया कराता था, जिसके बाद पुलिस ने अल्फैज को वडाला इलाके से गिरफ्तार किया।
पकड़े गये दोनों आरोपी यूपी के प्रतापगढ़ में रहने वाले हैं
पुलिस ने जब कड़ाई से दोनों से पूछताछ की तो पता चला कि ये लोग उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में रहने वाले एक प्राइवेट व्यक्ति और लोकल डॉक्टर की मदद से इस तरह से कोरोना की दोनों डोज वाला फाइनल सर्टिफिकेट मंगाया करते थे।

इन लोगों की गैंग ने अब तक कितने लोगों को इस तरह से फर्जी सर्टिफिकेट दिया है, इसकी जांच पुलिस कर रही है। पुलिस को शक है कि इन फर्जी सर्टिफिकेट को लेने के लिए कोविन एप्लिकेशन के साथ कुछ छेड़छाड़ की गई है।
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