MP News: कारम नदी के बांध से पानी का रिसाव; 18 गांवों को किया गया सतर्क, स्टैंडबाय पर सेना की कंपनी

राज्य कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ ने सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि परियोजना की शुरुआत से ही, स्थानीय निवासी और जनप्रतिनिधि भ्रष्टाचार और दोषपूर्ण निर्माण के बारे में शिकायत करते रहे हैं।

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MP News: पश्चिमी मध्य प्रदेश के दो जिलों के 18 गांवों को कारम नदी पर एक बन रहे डैम में रिसाव के बाद खाली कर दिया गया है। धार जिले के धरमपुरी क्षेत्र में 304 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से चार साल से बन रहे इस बांध से धार और आसपास के जिलों के 50 से अधिक गांवों में 10,500 हेक्टेयर क्षेत्र की सिंचाई में सहायता का वादा किया गया है। डैम में रिसाव के बाद से इंदौर को खलघाट से जोड़ने वाले आगरा-मुंबई हाईवे पर भी ट्रैफिक को रेगुलेट किया जा रहा है।

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MP News: गुरुवार से हो रहा है बांध में रिसाव

बता दें कि बांध में पहली बार रिसाव गुरुवार शाम को देखा गया था। लोगों का कहना है कि हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण बांध में ये रिसाव हुआ। मध्यप्रदेश के धार जिले के 12 गांवों और खरगोन जिले के 6 गांवों सहित 18 गांवों को खाली करा लिया गया है और कारम माध्यम बांध के दाहिने किनारे पर भारी मिट्टी के कटाव के बाद ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर राहत शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है। वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर और सेना की एक कंपनी को मांग के अनुसार स्टैंडबाय पर रखा गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीम और राज्य आपदा आपातकालीन प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीम धार और इंदौर और पड़ोसी पुलिस थानों में होमगार्ड और राजस्व विभाग के कर्मचारियों के साथ बचाव कार्य किया जा रहा है।

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कारम नदी के बांध से पानी का रिसाव

MP News: कमलनाथ ने ट्वीट करके सरकार पर साधा निशाना

बता दें कि कारम मध्यम सिंचाई टैंक परियोजना धार जिले में कारम नदी पर है। बांध की लंबाई 590 मीटर और ऊंचाई 52 मीटर है और वर्तमान में इस बांध में 15 MCM पानी जमा है। मौके पर कमिश्नर व आईजी इंदौर व कलेक्टर व एसपी धर, ई-एन-सी व सीई जल संसाधन व वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं।

राज्य कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ ने सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि परियोजना की शुरुआत से ही, स्थानीय निवासी और जनप्रतिनिधि भ्रष्टाचार और दोषपूर्ण निर्माण के बारे में शिकायत करते रहे हैं। लेकिन शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया गया।”

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