Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति में तभी से हलचल मची हुई है, जब से शिवसेना दो गुटों में बंटी है। मालूम हो कि हाल ही में एकनाथ शिंदे ने उद्धव सरकार से अलग होकर बीजेपी के साथ मिलकर राज्य में अपनी सरकार बनाई थी। हालांकि, तब दो शिवसेना के गुट बन गए थे। एक उद्धव तो दूसरा शिंदे गुट। उसके बाद इन दोनों के बीच असली शिवसैनिक बनने की लड़ाई थी, जिसके बाद मामला चुनाव आयोग के पास पहुंचा।
Maharashtra Politics: उद्धव गुट को मिला ‘मशाल’ चुनाव चिन्ह
चुनाव आयोग ने सबसे पहले शिवसेना का चुनाव चिन्ह ‘धनुष और बाण’ को फ्रीज कर दिया। उसके बाद आयोग ने उद्धव गुट से उनके चुनाव चिन्ह के रूप में तीन विकल्प मांगे। बता दें कि तब उद्धव गुट ने आयोग को तीन विकल्प सौंपे थे, जिसमें त्रिशूल, उगता सूरज और मशाल शामिल था। आयोग ने ठाकरे गुट को उनकी पार्टी के लिए चुनाव चिन्ह के रूप में ‘मशाल’ दिया है। इसके साथ ही उद्धव ठाकरे की पार्टी का नया नाम ‘शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे’ हो गया है। वहीं, अब शिंदे गुट से चुनाव आयोग ने तीन विकल्प मांगे हैं।
बता दें कि सोमवार को ठाकरे गुट और शिंदे गुट ने चुनाव आयोग को तीन-तीन वैकल्पिक चिह्न और नाम दिए थे। उसके बाद चुनाव आयोग ने इन चिह्नों और नामों की पड़ताल की। आयोग ने धार्मिक अर्थों का हवाला देते हुए शिवसेना के प्रतिद्वंद्वी गुट के लिए त्रिशूल और गदा को चुनाव चिह्न के रूप में आवंटित करने से इंकार कर दिया था। चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को 11 अक्टूबर तक 3 नए प्रतीकों की एक सूची देने के लिए कहा है।
रमेश लटके के निधन के बाद हो रहा है उपचुनाव
पार्टी में चल रहे विवाद के बीच चुनाव आयोग ने बीते शनिवार यानी 8 अक्टूबर को शिवसेना का ‘धनुष और बाण’ का चुनाव चिह्न फ्रीज कर दिया था। आयोग ने आगामी 3 नवंबर को अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में दोनों दलों पर पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह ‘धनुष और बाण’ का उपयोग करने पर रोक लगा दी थी।
बता दें कि अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट पर उपचुनाव शिवसेना विधायक रमेश लटके के निधन के बाद होने जा रहा है। कांग्रेस और राकांपा ने शिवसेना के ठाकरे गुट के उम्मीदवार रमेश लटके की पत्नी रुजुता लटके को समर्थन देने का फैसला किया है, जो महाराष्ट्र विकास अघाडी में उनके गठबंधन सहयोगी हैं। शिंदे गुट की सहयोगी भारतीय जनता पार्टी ने मुंबई नगर निगम में पार्षद मुर्जी पटेल को मैदान में उतारने का फैसला किया है।
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