लखनऊ (Lucknow) में आया तेंदुआ (Leopard) लापता हो गया है। फिलहाल रैपिड रेस्क्यू की 5 टीमें खाली हाथ हैं। वन विभाग के अफसरों का कहना है कि तेंदुए के पैर के निशान कहीं भी नहीं मिल रहे हैं। शायद तेंदुआ लखनऊ क्षेत्र से चला गया है। जनता में संशय है कि, तेंदुआ लौट गया या फिर वो कहीं घात लगाकर शिकार की तलाश कर रहा है।जनता में चर्चा है कि, कहीं एक से ज्यादा तेंदुए तो लखनऊ में घुस नहीं आए? वन विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि, लखनऊ में अगर तेंदुआ दिखे तो इन नंबरों पर तुरंत कॉल कर सकते हैं। वैसे तो वन विभाग का सर्च ऑपरेशन जारी है।
Lucknow वाले Leopard के लिए चलाया जा रहा है सर्च ऑपरेशन
तेंदुए के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। तब तक के लिए लोगों से घरों में रहने के लिए कहा गया है। गुडंबा में रहने वाले लोग नए साल की तैयारियां कर रहे थे लेकिन तेंदुए के कारण घरों में कैद हो गए हैं। सोशल मीडिया पर यूजर बता रहे हैं कि बच्चों को स्कूल नहीं भेजा जा रहा है। कुछ लोग ऑफिस नहीं जा पा रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि वन विभाग की टीम तेंदुए को पकड़ने में आलस दिखा रही है। एक नहीं बल्कि तीन-तीन तेंदुए घूम रहे हैं। इलाके में रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि एक तेंदुए को मैंने अपने गेट पर देखा था। दूसरे को प्रेसीडेंसी स्कूल में और तीसरे ने मेरे घर में झाड़ू पोछा करने वाली मालती देवी पर हमला कर दिया।
Lucknow में पंजे के निशान
मिली जानकारी के अनुसार लखनऊ के घनी आबादी वाले इलाके के पहाड़पुर और कल्याणपुर में घूमने वाला तेंदुआ बाराबंकी के जंगलों से भटक कर शहरी इलाकों में पहुंचा था। तेंदुए (Leopard) को देखते ही इलाके के लोगों ने वन विभाग की टीम को इसकी खबर दी थी। टीम तेंदुए को पकड़ने भी आई थी लेकिन उसका आतंक देखकर टीम दूर भाग खड़ी हुई।
बता दें कि तमाम अफवाहों के बीच शुक्रवार को इंदिरा नगर के तकरोही में सुबह 8:00 बजे खून से सने हुए पंजे के निशान मिले थे, जिनको आप तस्वीरों में देख सकते हैं। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि यह तेंदुए के पंजे के निशान हैं। इस घटना के बाद लोगों में एक बार फिर से दहशत का माहौल और खौफ भर गया है। तेंदुए के डर के चलते लोगों ने अपने बच्चों को घर के अंदर कैद कर लिया है।
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