Kashipur Firing Case: एक लाख का इनामी खनन माफिया और काशीपुर फायरिंग मामले (Kashipur Firing Case) में फरार चल रहा जफर गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस ने जफर को शनिवार तड़के सुबह एनकाउंटर के दौरान गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ में जफर के पैर में गोली लगी, जिससे वह जख्मी हो गया। यूपी पुलिस ने उसे मुरादाबाद से गिरफ्तार किया है। इसकी पुष्टि मुरादाबाद के शहर एसपी अखिलेश भदौरिया ने की। यह गिरफ्तारी सीएम योगी के दौरे से चंद घंटे पहले हुई।

Kashipur Firing Case: सीएम योगी के दौरे से पहले हुई गिरफ्तारी
मालूम हो कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को शनिवार को मुरादाबाद में आना था। उनके आने के चंद घंटे पहले ही इनामी खनन माफिया और बदमाश जफर को पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया। पाकबड़ा क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में उसे गिरफ्तार किया गया। मिली जानकारी के अनुसार, मुठभेड़ के दौरान दोनों ओर से जबरदस्त फायरिंग हुई। बताया गया कि इसमें एक पुलिसकर्मी भी जख्मी हुआ। वहीं, जफर को पैर में गोली लगी। पुलिस ने दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराई है।
क्या है मामला?
ठाकुरद्वारा में 13 सितंबर 2022 को खनन माफिया और उसके गुर्गे एसडीएम और खनन अधिकारी पर हमला कर डंपर छुड़ा ले गए थे। उसके बाद से ही आरोपियों को पकड़ने की तैयारी चल रही थी। बता दें कि 12 अक्टूबर बुधवार को खनन माफिया जफर को पकड़ने के लिए यूपी पुलिस उत्तराखंड के काशीपुर में उसके ठिकाने पर पहुंची थी। तब यूपी के मुरादाबाद पुलिस पर हमला कर दिया गया था। उसमें एक महिला की मौत हो गई थी और कई पुलिसकर्मी भी जख्मी हो गए थे। पुलिस जफर को तब गिरफ्तार करने में असफल हो गई थी। उसके बाद मुरादाबाद पुलिस ने जफर पर पहले 50 लाख का इनाम रखा, जिसे बाद में 1 लाख कर दिया गया। एसएसपी हेमंत कुटियाल ने बताया कि खनन माफिया जफर को गिरफ्तार कर लिया गया है वह लगातार पुलिस को चकमा दे रहा था।
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