Kailash Vijayvargiya: बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय 25 दिनों बाद अमेरिका से इंदौर लौटे। भारत आते ही वो विवादों में घिर गए। मीडिया से बात करते हुए, उन्होंने ऐसा बयान दे डाला, जिसके बाद हंगामा मच गया। उन्होंने बिहार की राजनीति में आए बदलाव पर तंज कसते हुए कहा कि मेरे एक अमेरिका में जानने वाले ने कहा कि नीतीश कुमार ऐसे पाला बदलते हैं जैसे विदेशी लड़कियां बॉयफ्रेंड बदलती हैं। उनके इस बयान के सामने आने के बाद हंगामा मच गया।
Kailash Vijayvargiya: विवाद होने पर दी सफाई
बिहार राजनीति पर कटाक्ष करते हुए लड़कियों के बॉयफ्रेंड बदलने वाले बयान से जब विजयवर्गीय घिरते हुए नजर आए तो उन्होंने इस पर अपनी सफाई पेश की। इंदौर में उन्होंने कहा कि मेरे बयान को तोड़-मरोड़ के देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि मेरा बयान बहुत साफ है।
अमेरिका में मेरे एक मित्र ने ये बात कही थी कि जैसे अमेरिका में लड़कियां कभी भी अपना बॉयफ्रेंड बदल लेती है। उसी तरह बिहार राजनीति में कब क्या हो जाए नहीं पता। मैंने इस बात को सिर्फ कोट किया है। वहीं, कांग्रेस के लगाए आरोप पर उन्होंने कहा कि नारी हमारे लिए पूजनीय हैं। हम भारतीय नारी का बहुत सम्मान करते हैं।
Kailash Vijayvargiya: बीजेपी के संसदीय बोर्ड के बदलाव पर बोले विजयवर्गीय
एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान के बीजेपी संसदीय बोर्ड से निवृत्त होने के बाद मध्य प्रदेश में उनकी आगामी भूमिका के सवाल पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यह पार्टी की सतत प्रक्रिया है। पार्टी अपने मुताबिक पदाधिकारियों का चयन करती है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश से सत्यनारायण जटिया को मौका मिला है वह अच्छे कर्मठ और जमीन से जुड़े हुए कार्यकर्ता है।
वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लेकर किए गए सवाल पर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि बीजेपी में शीर्ष नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं तो वही मध्य प्रदेश में बीजेपी का नेतृत्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आगामी 2023 का मध्य प्रदेश चुनाव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा।
Kailash Vijayvargiya: कमलनाथ के दावे पर किया पलटवार
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के कांग्रेस के वापस सत्ता में आने के दावे को लेकर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कमलनाथ जी की उम्र 75 से ऊपर हो गई है उनकी बात को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर विदेशों में भी धूम रही, वहां भारतीयों में काफी उत्साह था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को सभी स्वीकारते हैं। बीजेपी को उनकी बातों से इसलिए फर्क नहीं पड़ता।
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