Gurmeet Ram Rahim: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम 40 दिनों की पैरोल मिलने के बाद बीते शनिवार को बागपत स्थित बरनावा आश्रम पहुंचे।जहां उन्होंने अपनी आजादी का जश्न मनाया।इस दौरान वे तलवार से केक काटते दिखाई दिए।राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में रेप और हत्या के मामले में 20 साल की सजा काट रहे हैं।
बेशक कानून की नजर में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम इंसा कातिल हैं, दुष्कर्मी हैं।
बावजूद इसके इनके ऊपर हरियाणा सरकार की कृपा बरस रही है।यही वजह है कि हरियाणा सरकार बाबा को खुले हाथों से फरलो, कभी पैरोल के नाम पर रिहाई दे रही है।गौरतलब है कि पिछले 14 माह में अब चौथी बार और 3 माह में दूसरी बार गुरमीत राम रहीम जेल से बाहर हैं।
हाल में राम रहीम के पैरोल पर बाहर आने का शिरोमणि अकाली दल ने विरोध जताया है।शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने कड़ा एतराज जताते हुए कहा है एक ओर राम रहीम को बार-बार पैरोल मिल रही है, जबकि दूसरी तरफ कई सिख मुजरिम सजा पूरी होने के बावजूद जेलों में बंद हैं। राम रहीम पिछली बार 14 अक्टूबर से 25 नवंबर तक करीब 40 दिनों के पैरोल पर बाहर रह चुका है।
Gurmeet Ram Rahim: जानिए किन-किन अर्जियों के आधार पर मिली पैरोल?
- बीमार मां को देखने के लिए
- गोद ली बेटियों की शादी करने के लिए
- खेतों की देखभाल
- पूर्व डेरा प्रमुख शाह सतनाम की जयंती मनाने के लिए
Gurmeet Ram Rahim: क्या बोली हरियाणा सरकार?
Gurmeet Ram Rahim: इस पूरे मामले पर हरियाणा के जेल मंत्री रंजीत सिंह चौटाला ने राम रहीम को मिले पैरोल में किसी भी तरह से कानून की अनदेखी करने की बात से इंकार किया। जेल मंत्री ने कहा कि उनके परिवार ने इस बार उनके पैरोल के लिए सरकार को अर्जी दी थी।जिसे रोहतक के डिविजल कमिश्नर को विचार के लिए सौंप दिया गया था।हालांकि किसी भी अन्य कैदी की तरह पैरोल हासिल करना राम रहीम का भी अधिकार है।
करीब 3 से पांच साल की सजा पूरी होने के बाद कोई भी कैदी अपना हक मांग सकता है।वहीं दूसरी तरफ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस बार राम रहीम को पैरोल मिलने की बात से खुद को अंजान बताया।
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