ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख Asaduddin Owaisi आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections) के लिए 7 सितंबर को अयोध्या में एक जनसभा के साथ अपनी पार्टी के प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे। लेकिन उनकी रैली के पोस्टरों में अयोध्या की जगह फैजाबाद (Faizabad) शब्द का इस्तेमाल किया गया और इसी के चलते विवाद शुरू हो गया है।
स्थानीय संतों ने इस पर जताई आपत्ति
अयोध्या में हनुमान गढ़ी मंदिर के पुजारी महंत राजू दास ने इसका विरोध करते हुए धमकी दी है कि अगर पोस्टरों से “फैजाबाद” शब्द नहीं हटाया गया या पोस्टर नहीं हटाए गए तो वे ओवैसी की रूदौली में होने वाली रैली नहीं होने देंगे। 6 नवंबर, 2018 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर दिया था।
ओवैसी वंचित-शोषित समाज का सम्मेलन करेंगे
हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी अगले साल होने वाले चुनाव के लिए अपने तीन दिवसीय दौरे की शुरुआत करने के लिए अयोध्या में “वंचित-शोषित समाज” (वंचित और पीड़ित समुदाय) के एक सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसके बाद ओवैसी 8 और 9 सितंबर को सुल्तानपुर और बाराबंकी जिलों में जनसभाओं को संबोधित करेंगे।
100 सीटों में AIMIM उम्मीदवारों को खड़ा करेंगी
AIMIM ने उत्तर प्रदेश की 100 विधानसभा सीटों में चुनाव लड़ने की घोषणा की है। असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की एआईएमआईएम उत्तर प्रदेश के कई छोटे राजनीतिक दलों जैसें ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP), बाबू सिंह कुशवाहा (Babu Singh Kushwaha) की जन अधिकार पार्टी, बाबू रामपाल (Babu Rampal) की राष्ट्रीय उदय पार्टी, प्रेमचंद प्रजापति (Premchanda Prajapati) की समाज पार्टी और अनिल सिंह चौहान (Anil Singh Chauhan) की जनता क्रांति पार्टी के साथ मिलकर भागिदारी संकल्प मोर्चा बनाया है।
बंगाल में नकाम तो बिहार मिली थी सफलता
एआईएमआईएम पश्चिम बंगाल के 2021 के विधानसभा चुनावों में सात सीटों में चुनाव लड़ी थी लेकिन उन्हें एक भी सीट जीतने में कामयाबी नहीं मिली थी। लेकिन पिछले साल के बिहार विधानसभा चुनावों में पार्टी ने मुस्लिम बहुल सीमांचल क्षेत्र में 20 में से पांच सीटों पर जीत हासिल की थी।
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