
Buxar Farmers Protest: बिहार के बक्सर जिले में किसानों द्वारा किया जा रहा प्रदर्शन देखते ही देखते उग्र हो गया है। दरअसल, बक्सर जिले में थर्मल पावर प्लांट के लिए जमीन अधिग्रहण के मुआवजे पर किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने बुधवार सुबह लाठी-डंडों से पुलिस पर हमला कर दिया और पावर प्लांट पर टूट पड़े। प्रदर्शकारियों ने पुलिस की कई गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया और उनमें आग लगा दी। बताया जा रहा है कि नाराज लोगों ने प्लांट के गेट को भी आग के हवाले कर दिया।

बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने ये कार्रवाई पुलिस के लाठीचार्ज के बाद की है। गौरतलब है कि चौसा प्रखंड स्थित बनारपुर में पुलिस ने मंगलवार देर रात किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया। आरोप है कि किसान जब अपने घरों में रात के समय सो रहे थे। तब पुलिस करीब 12 बजे उनके घरों में घुस गई और लाठियां बरसानी शुरू कर दी। इस घटना में किसानों के परिवार के कई लोग घायल हो गए। इस घटना के बाद किसानों का गुस्सा काफी बढ़ गया और बुधवार सुबह उनकी पुलिस के साथ झड़प हो गई।
पुलिस ने किसानों पर बरसाई लाठियां, देखें इस वीडियों में…
बिहार पुलिस की कार्रवाई के बाद उग्र हुए किसान
Buxar Farmers Protest: उग्र हुआ किसानों का प्रदर्शन
बता दें कि बक्सर में किसान 85 दिन से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों ने मंगलवार को प्लांट के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया और धरने पर बैठ गए थे। उस समय पुलिस ने किसानों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की लेकिन रात के समय पुलिस बनारपुर गांव में घुसी और लोगों के साथ मारपीट की। इस पूरी घटना को वहां मौजूद एक शख्स ने अपने कैमरे में कैद कर लिया। ग्रामीणों का आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने महिलाओं और बच्चों को भी नहीं छोड़ा। वहीं, पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया।
इस घटना के बाद ही किसानों का गुस्सा पुलिस प्रशासन पर फूट पड़ा। इसके बाद बुधवार को कई लोगों के समूह ने पुलिस की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। जगह-जगह उग्र प्रदर्शन किए और थर्मल प्लांट के गेट का एक हिस्सा भी जला दिया।

Buxar Farmers Protest: क्या है पूरा मामला?
दरअसल, चौसा में SJVN के पावर प्लांट के लिए किसानों की भूमि अधिग्रहण 2010-11 से पहले ही किया गया था। उस समय किसानों को साल 2010-11 के हिसाब से मुआवजा दिया गया था। कंपनी ने 2022 में किसानों की जमीन अधिग्रहण करने की कार्रवाई शुरू की तो किसानों की मांग है कि वर्तमान दर पर उन्हें जमीन का मुआवजा दिया जाए।
जबकि कंपनी पुरानी दर पर पहले ही भूमि अधिग्रहण का मुआवजा दे चुकी हैं। इस प्लांट के विरोध में पिछले दो महीने से किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। अब इस मामले में पुलिस और प्रदर्शनकारी आमने-सामने आ गए हैं।
बता दें कि कंपनी ने जितनी भूमि अधिग्रहण की है उनमें बनारपुर,सलारपुर, महुवारी, हुसैनपुर, कठघरवा, चौसा, खेमराजपुर, धर्मागतपुर, न्यायीपुर, महादेवा, माधोपुर, बघेलवा, बेचनपुरवा, अखौरीपुर गोला और मोहनपुरवा गांव की जमीनें शामिल हैं।
यह भी पढ़ें:
- Bihar Teacher Protest: क्यों बिहार में लाठी खा रहे ये शिक्षक अभ्यर्थी, क्या हैं इनकी मांगें
- Agneepath Protest: बिहार में ‘अग्निपथ योजना’ के खिलाफ युवाओं का प्रदर्शन जारी, 15 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद