Bihar Teacher Protest: बिहार की राजधानी पटना में सोमवार को लाखों लोग सड़कों पर उतरे। ये लोग शिक्षक अभ्यर्थी हैं जिन्होंने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने इन अभ्यर्थियों पर जमकर लाठियां भांजी। प्रदर्शन के दौरान जिन्होंने लाठियां खाई वो लोग प्राइमरी शिक्षक भर्ती के लिए अनिवार्य CTET और BTET परीक्षा पास कर ली है, लेकिन सरकार इन्हें 3 साल से नौकरियां नहीं दे रही है। इस प्रदर्शन के ठीक एक दिन पहले बिहार के शिक्षा मंत्री ने शिक्षा विभाग में साढ़े 3 लाख नौकरियों का ऐलान किया था। मगर आधिकारिक नोटिफिकेशन की मांग कर रहे उम्मीदवारों पर पुलिस ने बर्बरता से लाठियां चलाई हैं।

इस पूरे प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे दीपांकर गौरव का कहना है कि अभ्यर्थी 3 साल से प्राइमरी शिक्षक भर्ती के लिए नोटिफिकेशन का इंतजार कर रहे हैं। उम्मीदवार CTET और BTET परीक्षाएं क्वालिफाई कर चुके हैं, 2019 से अभी तक 7वें चरण की शिक्षक भर्ती का नोटिस जारी नहीं किया गया है। हम 22 दिन से गर्दनी बाग में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। गांधी मूर्ति से आगे जाते हुए डाक बंगला पर हमें रोक लिया गया और हम पर लाठीचार्ज किया गया।
उन्होंने आगे कहा कि हम 10 हजार प्रदर्शनकारी थे। बैरिकेटिंग तोड़कर आगे भी जा सकते थे, लेकिन हमारा प्रदर्शन पूरा तरह शांतिपूर्ण था। हम प्रदर्शनकारियों की तरफ से कोई हिस्सा नहीं की गई थी। ADG ने जिस तरह तिरंगा थामे हमारे साथियों को लाठियों से मारा, उससे देश को जनरल डायर की याद आ गई। उनकी जगह कोई और होता तो उस पर हत्या का मुकदमा दर्ज होता, लेकिन ADG हैं तो उन पर कोई कार्रवाई नहीं होगी।

Bihar Teacher Protest: क्या है शिक्षक भर्ती का मामला
साल 2006 से बिहार में शिक्षक भर्ती जारी हैं, जिन्हें पहले, दूसरे, तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती कहा गया। आखिरी भर्ती 2019 में 6वें चरण में हुई थी। जिसमें 94 हजार भर्तियां निकाली गई। इसमें से 42 हजार पदों पर ही नियुक्ति हो पाई और 50 हजार से ज्यादा पद खाली ही रह गए। इसके बाद 3 साल से अगली भर्ती का नोटिफिकेशन नहीं जारी किया गया है। विभाग में 2 लाख से ज्यादा शिक्षक पद खाली हैं जिन्हें भरने के लिए सरकारी वादे तो किए जा रहे हैं, लेकिन नोटिफिकेशन जारी नहीं हो रहा।

लंबे समय से मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों ने जुलाई 2022 में राहत की सांस ली थी। जब शिक्षा विभाग ने अगले चरण की नियुक्तियों के लिए विधिवत नोटिस जारी किया था। इसके तहत जुलाई के अंत तक नोटिफिकेशन जारी करने का वादा किया गया और उम्मीदवारों से धरना खत्म करने का अनुरोध किया गया।
उम्मीदवार इस नोटिस को पाकर 7वें चरण की नियुक्तियों का इंतजार करने लगे। वहीं, जुलाई बीत जाने के बाद भी प्रक्रिया शुरू नहीं की गई। ऐसे में उम्मीदवार एक बार फिर सड़कों पर उतर आए और जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की मांग करने लगे।

Bihar Teacher Protest: क्या हैं प्रदर्शनकारियों की मांग?
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों की मांग है कि 7वें चरण की शिक्षक बहाली की जाए। इसके लिए जल्द से जल्द ऑफिशियल नोटिफिकेशन जारी किया जाए। इसके अलावा इन अभ्यर्थियों की मांग की है कि भर्ती प्रक्रिया ऑनलाइन और केंद्रीकृत हो। इन लोगों का कहना है कि पिछले 3 साल से 7वें चरण के शिक्षक बहाली की बात कही जा रही है, लेकिन ऑफिशियल नोटिफिकेशन नहीं जारी किया जा रहा है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वो पुलिस का लाठी खाकर भी अपना प्रदर्शन तब तक जारी रखेंगे, जब तक सरकार प्राइमरी शिक्षक भर्ती नोटिफिकेशन की मांग को मान नहीं लेती। हम तब तक शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते रहेंगे।
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