प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के महामिलावटी गठबंधन के बयान पर कटाक्ष करते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यह ऐसी महामिलावट है कि कौन कहां मिट जायेगा किसी को पता नहीं है।”
सबको पता है कि कौन चोर है और कौन चौकीदार है
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर किये गये तंज पर अखिलेश ने कहा “सबको पता है कि कौन चोर है और कौन चौकीदार है हालांकि इस तरह की भाषा सपा के शब्दकोष में नहीं है। समाजवादी सबका सम्मान करते हैं।” आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ महागठबंधन में शामिल होने की किसी भी संभावना को हालांकि उन्होने सिरे से नकार दिया।
शराब के सेवन को राज्य की योगी सरकार बढ़ावा दे रही
उच्च शिक्षण संस्थानों में आरक्षण रोस्टर सिस्टम का विरोध करते हुये यादव ने कहा कि सपा रोस्टर सिस्टम के पूरी तरह खिलाफ है। कुंभ में उन्होने गंगा स्नान के समय संकल्प लिया था कि यदि उनकी पार्टी को मौका मिलेगा तो जातीय आंकड़े लाये जायेंगे और सामाजिक न्याय की लड़ाई को आगे बढाया जायेगा। कुशीनगर और सहारनपुर में जहरीली शराब से मरने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुये सपा अध्यक्ष ने कहा कि शराब के सेवन को राज्य की योगी सरकार बढ़ावा दे रही है। इस कारोबार में भाजपा के लोग बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। उन्होने कहा कि सपाइयों को गुंडा कहने वाले मुख्यमंत्री को पता होना चाहिये कि उनके मंत्रिमंडल में आपराधिक छवि वाले नेताओं की तादाद कितनी है।
योगी सरकार के बजट को अखिलेश ने बताया छलावा
गुरूवार को पेश किये गये बजट को छलावा करार देते हुये यादव ने कहा कि सपा सरकार की योजनाओ पर भाजपा अपने नाम की पट्टी लगाकर जनता को धोखा दे रही है। बिजली के क्षेत्र में इस सरकार ने एक भी यूनिट बिजली का इंतजाम नहीं किया। मेट्रो रेल परियोजनाये उनकी सरकार ने शुरू की थी जिसे धीमी गति से आगे बढाया जा रहा है। उन्होने कहा कि योगी सरकार को चुनाव के समय जारी संकल्प पत्र में अमल करने की जरूरत है लेकिन विंडबना यह है कि सरकार बनने के साथ ही भाजपा के लोगों को संकल्प पत्र में किये गये वादे याद नहीं है। गन्ना किसानो को 14 दिन के अंदर बकाये के भुगतान की बात सरकार ने की थी मगर आज भी किसान अपनी उपज का दाम पाने के लिये दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर है।
गौ-संरक्षण के नाम पर भाजपा कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी चरम
अखिलेश ने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट के नाम पर चार लाख 70 हजार करोड़ के एमओयू साइन होने की बात हवा हवाई साबित हुयी है। इन्वेस्टर्स समिट के नाम पर करोड़ो फूंकने के बावजूद राज्य में एक लाख करोड तक का निवेश अब तक नहीं आ सका है। उन्होने कहा कि कानून व्यवस्था के नाम पर यह सरकार नकारा साबित हुयी है। गौ-संरक्षण के नाम पर भाजपा कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी चरम पर है। राज्य में महिलाये खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है। व्यापारी,युवा,किसान, मजदूर और महिलाओं समेत राज्य का हर तबका भाजपा से परेशान है और यही वजह लोकसभा चुनाव में उसके पतन का कारक बनेगा। इससे पहले पूर्व विधायक शशिबाला पुंडीर, व्यापारी नेता रामबाबू रस्तोगी और अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष नदीम अंसारी एवं अखिलेश कटियार समेत छह लोगों ने सपा की प्राथमिक सदस्यता हासिल की।
-साभार, ईएनसी टाईम्स