अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) राज्य की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी (BJP) को महिला और दलित विरोधी बताते आएं हैं। वे पार्टी को बेनकाब करने की मुहिम चला रहे हैं। सोशल मडिया पर भाजपा का दलित व महिला विरोधी चेहरा बेनक़ाब हो, से अभियान चला रहे हैं। उन्होंने राज्य में सभी समाजवादी कार्यकर्ताओं और सहयोगी दलों से अपील की है कि माह के आखिर में ‘हाथरस की बेटी स्मृति दिवस’ मनाएं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का मानना है कि ऐसा करने से वे बीजेपी का चेहरा बेनकाब कर देंगे।
Akhilesh Yadav Tweet
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा, उप्रवासियों, सपा व सहयोगी दलों से अपील है कि हर महीने की 30 तारीख को ‘हाथरस की बेटी स्मृति दिवस’ मनाएं और उप्र की भाजपा सरकार ने 30-09-20 को जिस अभद्र तरीक़े से बलात्कार पीड़िता के शव को जलाने का जो कुकृत्य किया था उसकी याद दिलाएं! भाजपा का दलित व महिला विरोधी चेहरा बेनक़ाब हो।
14 सितंबर 2020 में हुआ था रेप
गौरतलब है कि 14 सितंबर को उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित लड़की के साथ कुछ युवकों ने कथित तौर पर गैंगरेप किया था। लड़की के साथ मारपीट भी की गई थी। गंभीर हालत में लड़की को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 29 सितंबर को उसकी मौत हो गई थी। युवती के मौत के बाद उसके शव को राज्य की पुलिस ने बिना परिवार वालों की इजाजत के अंतिम संस्कार कर दिया था।
हाथरस के चंदपा कोतवाली इलाके के एक गांव में 14 सितंबर को चार लोगों ने 19 साल की युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म किया था। जब बिटिया के साथ दरिंदगी हुई तब वह कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं थी। युवती को गंभीर हालत में हाथरस के जिला अस्पताल लाया गया, जहां से अलीगढ़ के लिए रेफर कर दिया गया था।
योगी सरकार ने सीबीआई का किया था गठम
इस मामले में योगी सरकार की सिफारिश के बाद सीबीआई का गठन किया गया था। सीबीआई ने मामले की जांच करते हुए कई बार पीड़िता के परिजनों के पूछताछ की। इसके अलावा कई बार घटनास्थल का निरीक्षण भी किया था। सीबीआई की टीम ने आरोपियों का पॉलीग्राफी टेस्ट और ब्रेन मैपिंग भी कराई थी।
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