केंद्र सरकार ने Delhi के तीनों नगर निगमों को एक करने का फैसला किया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंगलवार को हुई एक बैठक में नगर निगमों के एकीकरण वाला विधेयक संसद में पेश करने की मंजूरी दे दी है। केंद्र सरकार मौजूदा बजट सत्र के दौरान ही इससे संबंधित विधेयक संसद में पेश करेगी।
इसी महीने राज्य चुनाव आयोग अप्रैल में होने वाले Delhi MCD चुनाव की तारीखों की घोषणा करने वाला था। लेकिन SEC की प्रेस कॉन्फ्रेंस के ठीक पहले 9 मार्च को केंद्र सरकार ने राज्य चुनाव आयुक्त एस के श्रीवास्तव को एक संचार भेजा था कि वह तीनों नगर निकायों को फिर से मिलाने पर विचार कर रही है। इसलिए चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा नहीं की जाए।
दिल्ली में इस साल अप्रैल में नगर निगम के चुनाव होने हैं। उत्तर और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में 104-104 वार्ड हैं। वहीं पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 64 वार्ड आते हैं। बता दें कि 2017 के एमसीडी चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को सबसे ज्यादा 181 वार्डों में जीत मिली थी। वहीं आम आदमी पार्टी के 49 और कांग्रेस पार्टी के 31 पार्षद जीत के आए थे।
Delhi MCD को एक करना तो है बहाना, मकसद है चुनाव टालने का
दिल्ली के सीएम Arvind Kejriwal ने कुछ दिन पहले पीएम मोदी से चुनाव न टालने का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा था कि अगर हम चुनाव आयोग पर दबाव डालकर चुनाव रद्द कराते हैं, इससे चुनाव आयोग कमजोर होता है और देश कमजोर होता है। मेरा प्रधानमंत्री से हाथ जोड़कर निवेदन है कि चुनाव रद्द मत कराइए। उन्होंने आगे कहा था कि लोग कह रहे हैं कि MCD को एक करना तो बहाना है, मकसद चुनाव टालने का है। भाजपा को लग रहा था कि अगर दिल्ली में अभी चुनाव होगा तो आम आदमी पार्टी की लहर है, भाजपा चुनाव हार जाएगी।
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