BCCI ने श्रीलंका के खिलाफ के होने वाली सीरीज के लिए टीम इंडिया का एलान कर दिया गया है। भारतीय टेस्ट टीम का कप्तान रोहित शर्मा को बनाया गया हैं। टीम के घोषणा किए जाने के बाद कई सीनियर खिलाड़ियों की छुट्टी कर दी गई। टीम से बाहर किए जाने के बाद Wriddhiman Saha ने भारतीय क्रिकेट मैनेजमेंट को आड़े हाथों लिया है। साहा ने कोच द्रविड और बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली पर निशाना साधा है।
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Wriddhiman Saha ने गांगुली से पूछा, सबकुछ इतना जल्दी कैसे बदल गया
साहा ने पीटीआई के बात करते हुए कहा था कि वो रणजी ट्रॉफी में इस साल हिस्सा इसलिए नहीं लिया क्योंकि मुझसे कहा गया कि भारतीय टीम में अब मेरे नाम पर विचार नहीं किया जाएगा। साहा ने कहा कि गांगुली ने उन्हें आश्वासन दिया था कि उन्हे टीम इंडिया में अपनी जगह को लेकर चिंता नहीं करनी चाहिए।
टाइम्स ऑफ इंडिया के रिपोर्ट के मुताबिक साहा ने कहा कि जब मैंने कानपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में नॉटआउट 61 रन बनाए थे तो गांगुली ने मुझेस कहा था जब तक वो बीसीसीआई अध्यक्ष हैं मुझे किसी भी चीज को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं हैं। बोर्ड अध्यक्ष से इस तरह की बात सुनकर मेरा आत्मविश्वास काफी बढ़ गया था। लेकिन सब कुछ इतना जल्दी बदल जाएगा ये समझ से परे है।
कोच राहुल द्रविड़ ने संन्यास लेने की सलाह दी
टीम में चयन नहीं होने के बाद साहा ने खुलासा किया है कि हेड कोच राहुल द्रविड़ और टीम मैनेजमेंट ने उनसे संन्यास के बारे में विचार करने को कहा था क्योंकि अब चयन को लेकर उनके बारे में विचार नहीं किया जाएगा। साहा के अलावा अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा और इशांत शर्मा को भी टीम में नहीं चुना गया है। उन्होंने कहा कि द्रविड़ ने उन्हें संन्यास लेने की सलाह दी थी। साहा ने कहा, ‘कोच राहुल द्रविड़ ने मुझसे कहा कि मुझे अब संन्यास के बारे में विचार चाहिए।’
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