2007 की T20I वर्ल्ड कप की यादें ताजा ! सुपर ओवर नहीं, बॉल-आउट में निकला WCL 2025 के इस मुकाबले का नतीजा

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क्रिकेट प्रेमियों को एक बार फिर 2007 टी20 वर्ल्ड कप की यादें ताजा हो गईं, जब WCL 2025 टूर्नामेंट के दूसरे मैच में वेस्टइंडीज चैंपियंस और दक्षिण अफ्रीका चैंपियंस के बीच मुकाबले का नतीजा बॉल-आउट से निकला। बर्मिंघम में खेले जा रहे इस मुकाबले में बारिश के कारण मैच सिर्फ 11 ओवरों का कर दिया गया था, लेकिन खेल का रोमांच अपने चरम पर रहा।

वेस्टइंडीज ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 11 ओवरों में 79 रन बनाए। DLS नियम के तहत दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 81 रन का संशोधित लक्ष्य मिला। दक्षिण अफ्रीका की टीम 80 रन बनाकर आउट हो गई, जिससे मैच टाई हो गया। आमतौर पर ऐसे मौकों पर सुपर ओवर होता है, लेकिन आयोजकों ने बॉल-आउट का फैसला लिया — जो क्रिकेट में अब दुर्लभ होता जा रहा है।

बॉल-आउट में बाजी मारी दक्षिण अफ्रीका ने

बॉल-आउट की प्रक्रिया में, दोनों टीमों के पांच गेंदबाज बगैर बल्लेबाज के खाली स्टंप्स पर गेंद मारने की कोशिश करते हैं। इस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों की सटीकता ने उन्हें जीत दिलाई। उन्होंने दो बार स्टंप्स हिट किए, जबकि वेस्टइंडीज के गेंदबाज सिर्फ एक बार ही सफल हो सके।

साउथ अफ्रीका की ओर से बॉल-आउट की शुरुआत फैंगिसो, क्रिस मॉरिस और हार्डस विलजोएन ने की, लेकिन तीनों ही गेंदबाज़ स्टंप्स को हिट करने में असफल रहे। इसके बाद जेजे स्मट्स और वेन पार्नेल ने लगातार सटीक निशाना साधते हुए दो बार स्टंप्स गिराए और अपनी टीम को 2 हिट की बढ़त दिलाई। जीत के लिए अब वेस्टइंडीज को कम से कम तीन बार स्टंप्स हिट करने की जरूरत थी, लेकिन उनके गेंदबाज़ फिडेल एडवर्ड्स, शेल्डन कॉटरेल, एश्ले नर्स और ड्वेन ब्रावो सभी निशाना चूक गए। इस तरह दक्षिण अफ्रीका ने बॉल-आउट में 2-0 से रोमांचक जीत दर्ज की।

यह दृश्य क्रिकेट फैंस को 2007 के टी20 वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए बॉल-आउट की याद दिला गया, जहां भारत ने बाज़ी मारी थी। WCL 2025 के इस फैसले ने क्रिकेट की पुरानी लेकिन रोमांचक परंपरा को फिर जीवंत कर दिया।

2007 टी20 वर्ल्ड कप में बॉल आउट वाला मुकाबला

2007 के पहले टी20 वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान के बीच खेला गया मुकाबला क्रिकेट इतिहास के सबसे रोमांचक मैचों में गिना जाता है। यह मैच डरबन (दक्षिण अफ्रीका) में हुआ था और दोनों टीमें 141-141 रन बनाकर टाई रही थीं। उस समय सुपर ओवर का नियम नहीं था, इसलिए मैच का निर्णय ‘बॉल-आउट’ से किया गया। भारत की ओर से वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह और रॉबिन उथप्पा ने लगातार तीनों बार स्टंप्स गिराए, जबकि पाकिस्तान के तीनों गेंदबाज निशाना नहीं साध पाए। इस तरह भारत ने 3-0 से यह बॉल-आउट जीत लिया। दिलचस्प बात यह रही कि भारतीय टीम ने बॉल-आउट का अभ्यास पहले से किया था, जबकि पाकिस्तान को इस नियम की जानकारी तक नहीं थी। रोबिन उथप्पा और वेंकटेश प्रसाद ने बाद में बताया कि भारत ने इसे रणनीति के तौर पर सीरियसली लिया था। यह मुकाबला न सिर्फ उस टूर्नामेंट में भारत की लय का टर्निंग पॉइंट बना, बल्कि टीम ने आगे जाकर फाइनल में फिर से पाकिस्तान को हराकर पहली बार टी20 विश्व कप खिताब भी जीत लिया। यह बॉल-आउट अब भी फैंस की स्मृति में एक ऐतिहासिक मोड़ की तरह दर्ज है।

टूर्नामेंट में आगे क्या?

इस जीत के साथ दक्षिण अफ्रीका चैंपियंस ने अंकतालिका में महत्वपूर्ण बढ़त हासिल कर ली है। वहीं वेस्टइंडीज चैंपियंस को इस हार से झटका लगा है, हालांकि उन्होंने मैच को टाई तक पहुंचाकर कड़ा मुकाबला किया।