–दया सागर
आईपीएल-10 के पहले क्वालीफायर में जहाँ एक तरफ महेंद्र सिंह धोनी ने ताबतड़तोड़ पारी खेल पुणे की धीमी शुरुआत को एक बेहतर लक्ष्य में बदला, वहीं युवा ऑफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर ने मुंबई इंडियंस के बड़े नामों को अपने फिरकी के जाल में फंसाकर मुंबई के बल्लेबाजी क्रम की कमर ही तोड़ दी। उन्होंने अपने किफायती स्पेल में महज 16 रन देकर मुंबई के तीन धुरंधर बल्लेबाजों को आउट किया। सुंदर ने कप्तान रोहित शर्मा (1), अंबाती रायुडू (0) और कीरोन पोलार्ड (7) को अपना शिकार बनाया। वाशिंगटन के स्पेल की सबसे अहम बात यह रही की उन्होंने अपने 4 ओवर के कोटे से 2 ओवर पावरप्ले में डाले। अपने इस शानदार प्रदर्शन के कारन सुन्दर को मैन ऑफ़ द मैच घोषित किया गया। इस मैच में उनके नाम दो प्रमुख रिकॉर्ड दर्ज हो गए। वह आईपीएल में मैन ऑफ़ द मैच और 3 विकेट पाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए हैं।
मैन ऑफ़ द मैच मिलने के बाद सुंदर ने कहा कि ‘एक बड़े स्टेडियम में एक बड़े मुकाबले में और बड़ी टीम के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करना वाकई सुखद है। मुंबई की टीम के 3 प्रमुख खिलाड़ियों को आउट करना बड़ी उपलब्धि है।’
सुंदर ऑस्ट्रेलिया के कप्तान और पुणे की टीम के कप्तान की भी तारीफ करते हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि टूर्नमेंट के दौरान स्टीव स्मिथ बहुत सहयोगी रहे। मैं उनके सकारात्मक रवैये के लिए शुक्रगुजार हूं। अपने पहले आईपीएल में ही उन्होंने मुझे 10 मैच में खेलने का मौका दिया। एक ऑफ स्पिनर को इतने मैच खिलाना बड़ी बात होती है। मुझे नहीं लगता कि किसी और टीम की तरफ से मुझे इतने मौके मिलते। मैं स्टीव स्मिथ का इसके लिए दिल से शुक्रिया अदा करता हूं।’ वहीँ स्मिथ ने भी सुंदर की तारीफ करते हुए कहा कि पूरे टीम को सुन्दर पर गर्व है।
सुंदर ने अपना मैन ऑफ़ द मैच अपने माता-पिता को समर्पित करते हुए कहा कि ‘उनके माता-पिता की प्रार्थना आर आशीर्वाद की वजह से ही वह इतना अच्छा प्रदर्शन कर पाए हैं और इस कामयाबी को वह अपने माता-पिता को समर्पित करते हैं।’
एक क्रिकेटिंग परिवार से ताल्लुक रखने वाले सुंदर ने 11 साल की उम्र से ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। दाएं हाथ से ऑफ स्पिन गेंदबाजी और बाएं हाथ से बल्लेबाजी करने वाले इस खिलाड़ी ने 15 साल की उम्र में ही भारत की अंडर-19 टीम में जगह बना ली उन्होंने 2014 और 2016 का अंडर-19 वर्ल्ड कप खेला। अंडर-19 में अच्छे प्रदर्शन के बूते वॉशिंगटन सुंदर ने अक्टूबर 2016 में तमिलनाडु की ओर से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू किया। ख़ास बात यह है कि अपने पहले मैच में वे बतौर सलामी बल्लेबाज टीम के लिए खेले और उन्हें गेंदबाजी का मौका नहीं मिला। ओपनर के तौर पर बल्लेबाजी करते हुए दूसरी पारी में सुंदर ने 40 रन बनाए। हालांकि 2016 की तमिलनाडु प्रीमियर लीग में अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया और 5.54 की किफायती इकोनॉमी रेट और 12 के शानदार औसत से 9 मैचों में 11 विकेट निकाले।
वॉशिंगटन सुंदर तमिलनाडु की उस टीम में भी रहे, जिसने 2017 की विजय हजारे ट्रॉफी और देवधर ट्रॉफी जीती थी ।