16 अगस्त 2022 को फेडरेशन इंटरनेशनेल डी फुटबॉल एसोसिएशन (FIFA) ने देश के शीर्ष फुटबाल प्रशासनिक संगठन अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) को तीसरे पक्ष द्वारा अनुचित प्रभाव (Third Party Interference) के चलते निलंबित कर दिया गया। ऐसा 85 साल के इतिहास में पहला अवसर है जबकि फीफा ने एआईएफएफ पर प्रतिबंध लगाया है.
फीफा द्वारा अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ निलंबन के चलते भारत में 11 से 30 अक्तूबर के बीच आयोजित होने वाले फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप 2022 के आयोजन का अधिकार भी भारत से छीन लिया।
फीफा
वर्ष 1904 में स्थापित फेडरेशन इंटरनेशनेल डी फुटबॉल एसोसिएशन यानि फीफा एक गैर-लाभकारी संगठन है जो दुनिया में फुटबॉल, फुटसल और बीच सॉकर का सर्वोच्च शासी निकाय है। फीफा का मुख्यालय ज्यूरिख, स्विट्जरलैंड में है।
फीफा को बेल्जियम, डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, स्पेन, स्वीडन और स्विटजरलैंड के राष्ट्रीय संघों के बीच होने वाली अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा की निगरानी के लिये बनाया गया था। वर्तमान में फीफा में 211 सदस्य देश शामिल हैं।
फीफा के कार्य
फीफा का प्राथमिक उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फुटबॉल का प्रसार करना एंव सत्यनिष्ठा और निष्पक्ष खेल को बढ़ावा देना है।
फीफा वर्ष 1930 में शुरू किये गये पुरुष फुटबॉल विश्व कप एवं वर्ष 1991 से खेले जा रहे महिला विश्व कप सहित फुटबाल की अंतर्राष्ट्रीय श्रृंखलाओं के संगठन और प्रचार के लिये जिम्मेदार है। फीफा अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) से जुड़ा हुआ है एवं अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल संघ बोर्ड का सदस्य भी है, जो फुटबॉल के नियमों को स्थापित करने के लिये जिम्मेदार है।
फीफा से जुडे हुए है छह क्षेत्रीय संघ
एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) एशिया और ऑस्ट्रेलिया के लिये शासी निकाय है। (1954 में स्थापना)
अफ्रीकी फुटबॉल परिसंघ (सीएएफ) में 56 अफ्रिकी सदस्य देश या संघ हैं।
कन्फेडरेशन ऑफ नॉर्थ सेंट्रल अमेरिकन एंड कैरेबियन एसोसिएशन फुटबॉल (CONCAF) में 41 सदस्य हैं।
कन्फेडरेशन ऑफ सुदामेरिकाना डी फुटबोल (CONMEBOL) 10 सदस्यों वाला दक्षिण अमेरिकी महासंघ है।
ओशिनिया फुटबॉल महासंघ (OFC) में 14 सदस्य देश हैं।
यूरोपीय फुटबॉल संघों का संघ (UEFA) 55 सदस्यों के साथ यूरोप के लिये शासी निकाय है।
भारत में फुटबॉल
भारत में फुटबॉल खेल का प्रबंधन अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) करता है।
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ भारत की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के प्रबंधन के अलावा कई अन्य प्रतियोगिताओं और टीमों को भी नियंत्रित करता है।
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ की स्थापना वर्ष 1937 में हुई थी, और वर्ष 1947 में भारत की आजादी के बाद वर्ष 1948 में फीफा संबद्धता प्राप्त की थी। वर्तमान में इसका द्वारका, नई दिल्ली में कार्यालय है।
भारत वर्ष 1954 में बने एशियाई फुटबॉल परिसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक था।
फीफा द्वारा अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) पर प्रतिबंध:
एआईएफएफ के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल जो फीफा परिषद के सदस्य भी हैं, ने देश में फुटबॉल के प्रमुख के रूप में अपना पद छोड़ने से इनकार कर दिया. उन्होंने एआईएफएफ संविधान के संबंध में न्यायालयी मामले के साथ लंबे समय से चली आ रही कोरोना महामारी का हवाला देते हुए अपना पद छोड़ने से इंकार कर दिया था।
एआईएफएफ के कामकाज को लेकर लगातार बढ़ती हुई चिंताओं के बीच भारत के उच्चतम न्यायालय ने हस्तक्षेप किया और प्रफुल पटेल को उनके पद से हटा दिया।
इसके अलावा उच्चतम न्यायालय ने एआईएफएफ को चलाने के लिये प्रशासकों की समिति (COMMITTEE OF ADMINISTRATION) को भी नियुक्त किया।
फीफा के चार्टर (कानून) के अनुसार, सदस्य संघों को अपने-अपने देशों में कानूनी और राजनीतिक हस्तक्षेप के अधीन नहीं होना चाहिये।
फीफा के अनुसार तृतीय-पक्ष हस्तक्षेप एक ऐसी स्थिति को दर्शाता है, जिसमें फीफा का सदस्य संघ स्वतंत्र नहां रह पाता है, और उसका उसके संगठन पर नियंत्रण नहीं होता है।
भारत के मामले में उच्चतम न्यायालय ने एआईएफएफ के संचालन के लिये प्रशासकों की समिति को निर्देश दिया था, फीफा इसको तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप का मामला मानता है।
क्या है निलंबन के नुकसान
फीफा द्वारा एआईएफएफ के निलंबन के बाद भारत किसी भी अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल मैच में हिस्सा नहीं ले सकता है और यह आदेश देश की सभी राष्ट्र-स्तरीय टीम एवं प्रत्येक आयु समूहों की क्लब टीमों पर लागू होता है। मौटे तौर पर देखा जाए तो भारत के लिए देश के बाहर होने वाली फुटबॉल से संबंधित सभी गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है।
प्रतिबंध हटाने के संभावित उपाय
फीफा के अनुसार एआईएफएफ पर से प्रतिबंध हटाने के लिये उसे निम्नलिखित निर्देशों का पालन करना होना –
प्रशासकों की समिति के आदेश को रद्द करना होगा।
एआईएफएफ को दैनिक कामकाज के संचालन के लिये स्वतंत्र प्रभारी बनाया जाए।