Kajari Teej 2022: कब है कजरी तीज, जानें क्या है इसका महत्व, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

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Hariyali Teej 2023: इसका महत्व, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
Hariyali Teej 2023

Kajari Teej 2022: पंचांग के अनुसार 12 अगस्त से भद्रापद शुरू हो गया है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार भद्रापद में महिलाएं कजरी व्रत रखती हैं। इस व्रत का हिन्दू महिलाओं में काफी महत्व होता है। यह व्रत हर साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है। सुहागन यह व्रत अपने पति की लंबी आयु के लिए करती हैं वहीं कुंवारी कन्याएं मनचाहे वर के लिए यह व्रत करती हैं।

Kajari Teej
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कब है कजरी तीज (Kajari Teej)?

पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि 13 अगस्त, शनिवार की देर रात 12 बजकर 53 मिनट से शुरू हो रही है। यह तृतीया तिथि 14 अगस्त, रविवार को रात 10 बजकर 35 मिनट पर समाप्त होगी। उदयातिथि के अनुसार कजरी तीज व्रत 14 अगस्त 2022 को रखा जाएगा। पंचांग के अनुसार अभिजित मुहूर्त 14 अगस्त को 12 बजकर 08 मिनट से 12 बजकर 59 मिनट तक रहेगा। वहीं, सर्वार्थ सिद्धि योग रात 09 बजकर 56 मिनट से 15 अगस्त की सुबह 06 बजकर 09 मिनट तक ही होगा। विजय मुहूर्त 14 अगस्त को दोपहर 02 बजकर 41 मिनट से शुरू होकर 03:33 तक रहेगा।

Kajari Teej
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कजरी तीज व्रत पूजन सामग्री (Kajari Teej)

  • पीला वस्त्र, कच्चा सूता, नए वस्त्र,
  • केला के पत्ते, कलश, अक्षत या चावल
  • गाय का दूध, गंगाजल,पंचामृत, दही, दही, मिश्री, शहद
  • जनेऊ, जटा नारियल, सुपारी
  • दूर्वा घास, घी, कपूर
  • बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी के पत्ते
  • अबीर-गुलाल, श्रीफल, चंदन

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