हर साल पूरे विश्व में 25 अप्रैल को World Malaria Day मनाया जाता है। इसे मनाने का उद्देश्य लाखों लोगों की जान लेने वाली बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाना है। सभी को मलेरिया, डेंगू आदि जैसी अन्य घातक बीमारियों पर भी ध्यान देना जरूरी है। मलेरिया मच्छरों से फैलने वाले खतरनाक वायरस में से एक है। इस दिन लोगों को इस बीमारी को खत्म करने, रोकने और नियंत्रित करने के बारे में जागरूक किया जाता है।
World Malaria Day 2022: जानें इसका इतिहास
इसकी शुरुआत World Health Assembly के 60वें बैठक के साथ हुई।बैठक में यह फैसला लिया गया कि हर साल World Malaria Day मनाया जाएगा। पहली बार मई 2007 में विश्व मलेरिया दिवस मनाया गया था। इस संगठन का उद्देश्य मलेरिया से जुड़ी शिक्षा और जागरूकता को बढ़ावा देना और राष्ट्रीय मलेरिया नियंत्रण तकनीकों पर जानकारी का प्रसार करना है।
इसी तरह, विश्व मलेरिया दिवस से पहले, 25 अप्रैल, 2001 को अफ्रीका मलेरिया दिवस आयोजित किया गया था। यह दिन अंतरराष्ट्रीय कंपनियों, संस्थानों और फाउंडेशनों को इस बीमारी को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए एक साथ काम करने का मौका देता है।
World Malaria Day 2022: थीम
हर साल इस दिन को एक थीम के साथ मनाया जाता है। इस दिन के लिये जो भी थीम रखी जाती है वो एक मैसेज होता है कि पूरे साल किस लक्ष्य पर ध्यान देना होगा। उसी तरह इस साल, World Malaria Day की थीम है, “हम इन देशों को एक उदाहरण लेकर इस भयानक बीमारी पर विजय प्राप्त कर सकते हैं और लोगों की आजीविका में सुधार कर सकते हैं।” आज कोई भी उपकरण उपलब्ध नहीं है जो मलेरिया की समस्या का समाधान कर सकता है।
इस समय WHO (World Health Organization) नए वेक्टर नियंत्रण दृष्टिकोण (New Vector Control Approaches), निदान (Diagnostics), मलेरिया-रोधी दवाएं (Antimalarial Medicines) और अन्य उपकरणों में निवेश कर रहा है जो मलेरिया के खिलाफ तीव्र गति से काम करने के लिए सहायक हो।
मलेरिया से जुड़ी कुछ जरूरी बातें
मलेरिया एक ऐसी बीमारी है जिसका उपचार करना संभव है। यह Plasmodium Parasite के कारण होता है। यह बीमारी मादा एनोफिलीज मच्छरों के काटने से फैलता है। मलेरिया के लक्षण आमतौर पर मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने के 10-15 दिन बाद दिखाई देते हैं।
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