उत्तरप्रदेश में पुनः सत्ता वापसी की उम्मीद लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी का घोषणा पत्र जारी कर दिया। इस दौरान मंच से अखिलेश ने अपनी सरकार के कामों और उपलब्धियों का बखान करने के अलावा विरोधियों पर भी जम कर हमला बोला। अखिलेश ने अपने घोषणा पत्र में महिलाओं और बच्चों पर विशेष ध्यान दिया है। वादों की झड़ी लगाते हुए अखिलेश ने महिलाओं को बस किराए में 50%छूट की घोषणा के साथ गरीब,कमजोर और कुपोषित बच्चों को एक किलो मिल्क पाउडर और एक किलो घी के साथ युवाओं के लिए स्मार्टफोन देने का भी ऐलान किया है। 

अपने वादों की लिस्ट में अखिलेश ने गरीब,मजदूरों और अल्पसंख्यकों को भी जगह दी है और कहा कि अगर फिर से समाजवादी सरकार बनती है तो सरकार मजदूरों को सस्ता मिड डे मील और गरीबों को मुफ्त चावल गेहूं देगी, अल्पसंख्यकों के लिए कौशल विकास योजना और गरीब महिलाओं को प्रेशर कुकर देने के वादे के साथ घोषणा पत्र में पूर्वांचल के विकास के लिए स्किल डेवलपमेंट सेंटर,स्टार्ट अप योजना शुरू करने और बुजुर्गों के लिए ओल्ड एज  होम बनाने का वादा भी किया गया है। 

अखिलेश ने अपनी  सरकार की  उपलब्धियों की घोषणा करते हुए कहा कि, “हमने जितना वादा किया था उससे ज्यादा कर दिखाया,करोडो लोगों को समाजवादी पेंशन मिल रही है,युवाओं को लैपटॉप मिला,बच्चों की शिक्षा के लिए हमने काम किया और लखनऊ सहित कानपुर,वाराणसी,आगरा में मेट्रो प्रोजेक्ट को भी मंजूरी मिल चुकी है आपका समर्थन रहा तो हम अगला बजट पेश करने लखनऊ मेट्रो में बैठकर जायेंगे। “

बसपा और बीजेपी पर व्यंग्य करते  हुए अखिलेश ने कहा  कि, “लखनऊ और अन्य जगह पर जो हाथी लगे हुए हैं वो सालों से ऐसे ही हैं। हमारे दस काम को जनता तुरंत गिना देगी मगर पत्थर वाली सरकार ने क्या काम किया ये कोई नहीं गिना पायेगा। जिन्होंने नारा दिया अच्छे दिन का, जिन्होंने कहा सबका साथ, सबका विकास करेंगे,  तीन वर्ष से उनके अच्छे दिन जनता ढूंढ रही है। विकास के बहाने कभी झाड़ू पकड़ा दी, कभी योग करा दिया। हम लोग समाजवादी हैं, जिले  तक का काम बता सकते हैं।” इस कार्यक्रम की सबसे दिलचस्प बात यह रही कि घोषणा पत्र जारी करने के दौरान मंच पर अखिलेश के साथ उनकी पत्नी और सांसद डिंपल यादव के साथ कई बड़े नेता मौजूद थे। लेकिन मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव मंच से अनुपस्थित नजर आये।

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