तमाम तरह के ईवीएम विवादों के बीच गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान समाप्त हुआ। सुबह 8 बजे शुरू हुए मतदान के बाद खबर है कि मतदान समाप्त होने तक  68 प्रतिशत मतदान हो चुका था। इस बीच राज्य में कई जगहों पर ईवीएम में खराबी का मुद्दा गरमाया। खबरों के अनुसार सूरत, पोरबंदर के अलावा कई सीटों पर मतदान के दौरान ईवीएम मशीनों में दिक्कतें सामने आई। हालांकि इन्हें बदल दिया गया ।

bluetoothमुख्‍य चुनाव आयुक्‍त एके ज्‍योति ने बताया कि पहली बार सभी विधानसभा क्षेत्रों में ईवीएम और वीवीपैट मशीनों का इस्‍तेमाल हुआ और सभी दिव्‍यांग वोटरों को मैप किया गया। उन्‍होंने कहा कि 5 बजे मतदान समाप्‍त हुआ और करीब 68 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई। पिछले चुनाव में 71.3 फीसदी मतदान हुआ था। उन्‍होंने कहा कि उम्‍मीद है कि अंतिम आंकड़े पिछली बार की बराबरी कर लेंगे।

पोरबंदर में अर्जुन मोढ़वाडिया ने ईवीएम को ब्लूटूथ व वाईफाई से कनेक्ट करने का दावा किया है। उन्होंने ईवीएम से सुरक्षित मतदान कराने के दावे को खारिज करते हुए कहा कि ईवीएम को ब्लूटूथ व वाईफाई से कनेक्ट किया जा सकता है। जो गंभीर घटना है। इससे फर्जी मतदान हो सकते है। मोढवाड़िया कहा ईवीएम के वाइफाई से कनेक्ट होने का उनके पास स्क्रीन शॉट भी है। इन दावों को लेकर भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह ने कहा है कि कांग्रेस हारती है तो ईवीएम को दोष देती है। वो लोग अभी से 18 दिसंबर के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं ताकि हारने पर ईवीएम को दोष दे सकें।

इससे पहले कई दिग्गज अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके हैं। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। वहीं राज्य के भाजपा अध्यक्ष जीतुभाई वघानी ने भी अपना वोट डाला। इनके अलावा कांग्रेस नेता अहमद पटेल और भारतीय क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा भी मतदान करने पहुंचे।

गुजरात चुनाव में चुनाव आयोग वीवीपेट मशीनों से मतदान करवा रहा है।  इसके चलते ईवीएम पर मतदान के साथ ही एक बीप की आवाज होगी जिसके साथ ही छह सैकेंड के लिए वीवीपीएट के डिस्पले पर मतदाता अपना मत देख सकेगा कि उसने जिसे वोट दिया वह उसके ही खाते में पड़ा है।