उत्तरप्रदेश से एक और रेल दुर्घटना की खबर सामने आ रही है। उत्तरप्रदेश के महोबा–झाँसी रेलखंड पर जबलपुर से निजामुद्दीन जा रही महाकौशल एक्सप्रेस ट्रेन के आठ डब्बे पटरी से उतर गए। यह हादसा रात के करीब दो बजे हुआ। अब तक इस हादसे में किसी के भी हताहत होने की सूचना नहीं है। इस हादसे में 150 से ज्यादा लोगों के मामूली रूप से जबकि 10 से ज्यादा यात्रियों के गंभीर रूप से घायल होने का अनुमान है। इस हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य जारी है। हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
यह दुर्घटना महोबा और कुलपहाड़ के बीच चरखारी रेलवे स्टेशन के पास देर रात दो बजे के करीब हुई है। दुर्घटनाग्रस्त डिब्बों में 4 एसी, एक स्लीपर, 2 जनरल और एक एसएलआर शामिल है। हादसे के बाद कई ट्रेनें रद्द हुई हैं और कुछ के रूट में बदलाव किया गया है। रेल हादसे के बाद बांदा-झांसी रेल लाइन बंद हो गई है। बताया जा रहा है कि महोबा स्टेशन से 10 किलोमीटर आगे जाने के बाद ही ट्रेन पटरी से उतर गई। घटना के वक़्त ट्रेन की रफ्तार बहुत कम थी, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। पटरी से उतरने के बाद महाकौशल एक्सप्रेस दो भागों में बंट गयी थी। इंजन बाकी बोगियों को लेकर आगे चला गया था और छह डिब्बे जो बेपटरी हो गए थे वो पीछे छूट गए थे।
इस हादसे से पहले के हादसों पर अगर नजर डालें तो कुछ महीनो के अन्दर ऐसे कई बड़े रेल हादसे देश में देखने को मिले हैं। इन हादसों में इसी साल 22 जनवरी को आंध्र प्रदेश में विजयनगरम जिले के कुनेरू स्टेशन के पास जगदलपुर- भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस (18448) दुर्घटनाग्रस्त होने से 32 लोगों की मौत हो गई और 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। इससे पहले 20 नवंबर 2016 को उत्तर प्रदेश के कानपुर के पुखरायां में बड़ा रेल हादसा हुआ था। इसमें 150 से ज्यादा लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी और 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। कानपुर के रूरा में 28 दिसंबर 2016 को हुए रेल हादसे में 15 डब्बे पटरी से उतर गए थे इस हादसे में भी कई लोगों ने अपनी जान गँवाई थी। जबकि कई घायल हुए थे हालांकि इन रेल हादसों में आईएसआई का हाथ होने की बात सामने आई थी। इसको ध्यान में रखते हुए इस घटना की भी जांच के लिए एसआईटी की टीम को घटनास्थल रवाना कर दिया गया है।
रेलवे द्वरा जारी किये गए हेल्पलाइन नंबर–
झांसी : 05101-1072
ग्वालियर: 0751-1072
बांदा : 05192-1072