उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही शराब,नगदी और अवैध हथियारों का खेल शुरू हो चुका है। कम से कम आचार संहिता लागू होने के बाद निर्वाचन आयोग और हमारे रिपोर्टरों से हमें प्राप्त आंकड़े तो यही कहते हैं। अब तक मिल रही जानकारी के अनुसार उत्तरप्रदेश में चुनावों की घोषणा के केवल पंद्रह दिनों के अंदर अब तक 56.04 करोड़ रुपए(31.65 लाख पुराने नोट) नगदी की बरामदगी, 6.06 करोड़ रुपए कीमत की 1.98 लाख लीटर शराब 50 हजार 197 लीटर अवैध शराब और 2123 अवैध हथियार बरामद किये गये हैं।भारत में राजनीति के लिहाज़ से सबसे बड़े सूबे की 403 विधानसभा सीटों पर चुनाव की तारीखों का ऐलान इस महीने की 4 तारीख को हुआ था। इसके साथ ही राजनीतिक उठापटक और मतदाताओं को रिझाने-मनाने का दौर भी शुरू हो गया।हर पार्टी और प्रत्याशी अपने-अपने तरीके से इसे पूरा करने में लगे हैं।हालांकि निर्वाचन आयोग की सख्ती और पुलिस प्रशासन के साथ आबकारी विभाग की मुस्तैदी से अब तक यह मंशा सफल होती नहीं दिख रही है।
आज जहाँ एक तरफ आम आदमी नगदी संकट से जूझ रहा है वहीँ नोटबंदी के इस दौर में इतने बड़े पैमाने पर नगदी की बरामदगी भी किसी बड़ी गड़बड़ी की ओर इशारा कर रही है।मामला जो भी हो लेकिन इतना तो तय है की इन पैसों और शराब का प्रयोग मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए ही होना था।उत्तरप्रदेश के अलावा जिन चार राज्यों में चुनाव होने हैं वहां से प्राप्त बरामदगी के आंकड़े भी चौंकाने वाले हैं।अधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक पंजाब में 8.17 करोड़ रुपए नगद,1.78 करोड़ रुपए कीमत की ड्रग्स और 17.54 लाख रुपए कीमत की 10,646 लीटर शराब जब्त की गई।उत्तराखंड में 10 लाख रुपये नगद।मणिपुर में 6.95 लाख रुपए नगद और 7 लाख रुपए कीमत के ड्रग्स जब्त किये जा चुके हैं गोवा से 16.72 लाख रुपए की कीमत के ड्रग्स जब्त किए गए हैं।