कंडोम कंपनियों की कमाई को एक बड़ा झटका लग सकता हैं, क्योंकि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सोमवार को आदेश जारी करते हुए कहा है, कि अब कंडोम के विज्ञापन सिर्फ रात के 10 बजे के बाद ही दिखाए जा सकते हैं। उन्होंने इस बात का स्पष्टीकरण देते हुए बताया, कि कंडोम का इस्तेमाल एक निर्धारित आयु के लोग करते हैं, ये जरूरी भी हैं लेकिन ऐसे ऐड का बच्चों के दिमाग पर विपरीत असर पड़ सकता हैं। पढ़ाई करने की उम्र में अगर बच्चों का ध्यान ऐसे उत्तेजनशील विज्ञापनों पर पड़ेगा, तो ये उनके भविष्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। ये बच्चों के काम की चीज नहीं हैं, इसलिए ऐसे ऐड को दिन के समय टीवी पर प्रसारित करना ऊचित नहीं हैं।
10 से 6 का समय निर्धारित
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने टीवी चैनलों को एडवाइजरी जारी करते हुए ये निर्देश दिया है कि कंडोम के विज्ञापन को अब सिर्फ रात के 10 बजे से लेकर सुबह के 6 बजे तक ही टीवी पर प्रसारित किया जा सकेगा। इस आदेश के माध्यम से केबल टेलीविजन नेटवर्क नियम 1994 में निहित प्रावधानों का सख्त पालन करते हुए, ऐसे कंटेट को बच्चों तक पहुंचने से रोकने का प्रयास किया जा रहा हैं। 1994 के प्रावधानों के अंतर्गत उन नियमों का भी उल्लेख किया गया है जो ‘अशिष्ट, अश्लील, विचारोत्तेजक, घृणित और आक्रामक विषयों’ को प्रतिबंधित करता हैं। मंत्रालय ने ये बात भी स्पष्ट कर दी है कि इन नियमों का उल्लंघन करने वालें चैनल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बता दे कि बॉलीवुड के कई बड़े सितारे कंडोम के कई मशहूर ब्रांड के लिए शूट करते हैं, जिसके लिए उन्हें मोटी रकम भी अदा की जाती हैं। इन कंडोम के ऐड में कलाकार बोल्ड और इंटिमेट सीन्स की सारी हदें पार करते हुए शूट करते हैं, जो बच्चों के भविष्य के लिए ठीक नहीं हैं। ऐसे बोल्ड विज्ञापन देखने से उनमें भी इसके इस्तेमाल की इच्छा बढ़ सकती हैं, जो बच्चों को एक गलत राह की ओर धक्का देने का काम कर सकती हैं।