Winter Care Tips: खान पान के मामले में ठंड का मौसम सबसे अच्छा माना जाता है। सर्दियों में एक बेहद आम समस्या है उंगलियों में सूजन की जो अकसर सर्दियों में ज्यादा देखने को मिलती है। आइए जानते हैं कि सर्दियों के मौसम में पैरों की उंगलियों में सूजन क्यों आती है और सूजन वाली जगह पर क्या लगाएं की जल्द ही राहत भी मिले..
Winter Care Tips: सर्दियों में जैसे-जैसे तापमान घटने लगता है वैसे-वैसे लोगों की परेशानियां बढ़ने लगती हैं। इस मौसम में कई तरह की बीमारियां भी होने लगती हैं। ऐसी ही एक परेशानी है, जब आपके पैरों की उंगलियों में ठंड लग जाती है और इसमें ठंड के कारण पैरों की उगलियां लाल हो जाती हैं और उनमें सूजन आ जाती है। फिर इनमें दर्द और खुजली होती है जिसे नजरअंदाज करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में आपको कोशिश करनी चाहिए कि जितना हो सके उतना पैरों को सर्दी लगने से बचाएं। तो आइए जानते हैं कुछ घरेलू नुस्खों के बारे में जिससे पैरों की उंगलियों की सूजन को काफी हद तक रोका जा सकता हैं।

जानें क्यों होती सूजन
सर्दियों में हमारी रक्त की नसों में सिकुड़न आ जाती है जिससे पैरों में खून का संचार कम हो जाता है। इसके अलावा ठंडे पानी में काम करने या फिर ठंडे पानी में खड़े रहने से सूजन आ सकती है। त्वचा में संक्रमण के कारण भी पैरों में सूजन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
गर्म पानी का करें इस्तेमाल
ठंड के मौसम में जब पैरों की उंगलियों में सूजन आ जाए तो गर्म पानी से पैर धोना बहुत फायदेमंद होता है। गर्म पानी से खून का संचार अच्छा होता है साथ ही इससे पैरों में मौजूद नसों में सिकुड़न कम होती है। जिससे पैरों की सूजन तेजी से कम होने लगती है। इसलिए गर्म पानी से पैर धोने से पैरों की सूजन दूर होती है और खून का भी बेहतर संचार होता है।
हल्दी और नींबू है फायदेमंद
जब भी ठंड के मौसम में पैरों की उंगलियों में सूजन हो जाए, तो हल्दी और नींबू का प्रयोग करना चाहिए। हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इन दोनों को मिलाकर पैरों पर लगाने से रक्त संचार बढ़ता है और सूजन भी तेजी से कम होने लगती है।
पैरों की मालिश करें
सरसों के तेल में थोड़ा सा सेंधा नमक मिलाकर एक पेस्ट तैयार करें। इस पेस्ट को सूजे हुए पैरों पर लगाएं और हल्के हाथों से मालिश करें। यह नुस्खा आपको तुरंत आराम देगा। मालिश के बाद पैरों में मोजे पहन लें ताकि पैर गर्म बने रहें। आप अगर चाहें तो सरसों के तेल की जगह जैतून के तेल का भी प्रयोग कर सकते हैं।
Disclaimer: इस लेख में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।