How to increase male Fertility: प्रजनन क्षमता यानि फर्टिलिटी की हर व्यक्ति की जिंदगी में एक खास अहमियत है। माता पिता बनने और बच्चों को जन्म देने की ख्वाहिश अमूमन हर प्रेमी जोड़े को होती है। दरअसल, आजकल की खराब दिनचर्या ने मानव जनित अनेक समस्याएं पैदा कर दी हैं, जिसका सिर्फ महिलाओं पर ही नहीं बल्कि पुरुषों पर भी खासा बुरा असर देखने को मिल रहा है।
How to increase male Fertility: इन बातों का रखें खास ध्यान
रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ी ऐसी कुछ आदतें जो विशेष रूप पुरुषों की प्रजनन क्षमता को प्रभावित करती हैं, हम यहां उन्हीं के बारे में बताने जा रहे हैं। अपकी लाइफस्टाइल का रीप्रोडक्टिव हेल्थ पर सीधा असर पड़ता है। इसलिए सफल प्रेग्नेंसी के लिए सिर्फ महिलाओं को ही नहीं बल्कि पुरुषों को भी अपनी रीप्रोडक्टिव हेल्थ का खास ख्याल रखना चाहिए। आइए जानते हैं कुछ ऐसी बातों के बारे में जो आपकी बेबी प्लानिंग को खुशनुमा बनाने के लिए और फर्टिलिटी से जुड़ी तमाम समस्याओं को कम करने के लिए कारगर साबित हो सकती हैं।
स्मोकिंग और शराब को “Big No”
धूम्रपान और शराब का सेवन आपके स्पर्म की मूव करने की शक्ति को कम करता है। जिस कारण कम ही स्पर्म अंडे तक पहुंच पाते हैं और प्रेग्नेंसी की संभावना कम हो जाती है। स्मोकिंग और शराब पीने से स्पर्म के डीएनए पर भी असर पड़ता है, जिससे प्रेग्नेंसी में आगे चलकर समस्या आ सकती है। एक स्वस्थ और संतुलित आहार प्रजनन क्षमता में सुधार कर सकता है।
स्ट्रेस न लें
स्ट्रेस, हार्मोनल संतुलन को बाधित कर सेक्स ड्राइव को कम करके प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है। इसलिए, योग, ध्यान, या गहरी सांस लेने जैसी चीजों को आप अपनी प्रैक्टिस में शामिल कर लें। व्यायाम के जरिए भी आप स्ट्रेस को मैनेज करने की कोशिश कर सकते हैं।
एस.टी.आई से सावधान!
सेक्स के दौरान सेफ्टी का ख्साल रखें। शारीरिक संबंध बनाते समय लापरवाही बरतने से एस.टी.आई यानी यौन संचारित रोग होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए नियमीत रूप से एस.टी.आई के लिए चेकअप करवाएं, कंडोम का इस्तेमाल करें और अपने पार्टनर की भी हेल्थ का ध्यान रखें।
फास्ट फूड से बनाएं दूरी
आपकी डाइट का सीधा असर आपके पूरे स्वास्थ्य पर पड़ता है, जिसमें स्पर्म भी शामिल हैं। अनहेल्दी खाना खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ने, मोटापा आदि का खतरा बढ़ जाता है। इसका असर स्पर्म की मूव करने की क्षमता यानि गतिशीलता पर पड़ता है।
पर्याप्त नींद लें
नींद की कमी की वजह से स्ट्रेस हार्मोन बढ़ सकते हैं, जो स्पर्म बनाने की क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। इस वजह से स्पर्म मोटीलिटी भी कम होती है यानी, स्पर्म कम मूव कर पाते हैं। इसलिए अपने शेड्युल को इस तरह बनाएं कि आप रोज 7-8 घंटे की नींद जरूर लें।
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