बालों को स्वस्थ रखने के लिए हम हेयर ऑयल, शैंपू का तो ध्यान रखते हैं। लेकिन फिर भी कई बार बालों का झड़ना बंद नहीं होता है। साथ ही बालों में तेल की मात्रा अधिक दिखती है। मानों कितने दिन से बालों को धुला ही नहीं है। इन सब मुश्किलों का कारण आप की कंघी है। कंघी के वजह से भी बालों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है।
बालों को सुंदर बनाना चहाती हैं तो आज ही से लकड़ी की कंघी का इस्तेमाल करना शुरू कर दें। लकड़ी की कंघी बालों के साथ ही स्कैल्प के लिए भी कई तरह से फायदेमंद है।
स्कैल्प होता है मजबूत
लकड़ी की कंघी से बाल संवारते समय कंघी स्कैल्प को दबाती है। स्कैल्प में मौजूद ऐक्युपंक्चर पॉइंट्स को उत्तेजित करती है जिससे आपके स्कैल्प को बेहतर मसाज मिलता है। ऐसा करने से स्कैल्प में ब्लड सर्क्युलेशन बेहतर होता है। जब आपका स्कैल्प हेल्दी होगा तो बालों की जड़े मजबूत होंगी और जब जड़ मजबूत होगी तो जाहिर सी बात है बालों को भी फायदा होगा।
ऑइल की मुश्किलें होंगी हल
बहुत से लोगों का स्कैल्प तैलीय और चिकनाई वाला होता है। ऐसा इसलिए होता है कि क्योंकि स्कैल्प में मौजूद तेल का बराबर तरीके से वितरण नहीं हो पाता है। हालांकि जब आप लकड़ी की कंघी का इस्तेमाल करते हैं तो स्कैल्प में मौजूद ऑइल स्कैल्प में न जमकर बालों के सिरों तक बराबर रूप से पहुंचता है। इससे आपके बाल कम ऑइली और चिकनाई वाले बनते हैं।
बाल बनते हैं चमकदार
जब आप प्लास्टिक की कंघी की जगह लकड़ी की कंघी का इस्तेमाल करती हैं तो स्कैल्प में मौजूद नैचरल ऑइल आपके बालों में बराबर रूप से वितरित होता है जिससे आपके बालों के टूटने और झड़ने की संभावना कम हो जाती है। साथ ही आपके बाल हेल्दी, चमकदार और बाउंसी बनते हैं।
ऐलर्जी होगी दूर
अगर आपका स्कैल्प सेसेंटिव है तो आपको प्लास्टिक या मेटल की कंघी की बजाए लकड़ी की ही कंघी यूज करनी चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि ज्यादातर लकड़ी की कंघियां नैचरल वुड से बनती हैं बहुत सी कंघियों में प्रोटेक्टिव कोटिंग भी होती है जिससे स्कैल्प में किसी तरह की ऐलर्जी या खुजली की समस्या नहीं होती।
झड़ते बालों से मिलेगा छुटकारा
प्लास्टिक की कंघी की तुलना में लकड़ी की कंघी का इस्तेमाल करने से बालों के टूटने और झड़ने की समस्या कम होती है क्योंकि लकड़ी की कंघी बालों में स्मूथली चलती है क्योंकि इसके दांत चौड़े होते हैं और यह उलझे बालों को भी आसानी से सुलझाता है। लकड़ी की कंघी यूज करने पर बालों में घर्षण कम होता है जिससे बाल कम टूटते हैं।