BCCI: सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई की एक याचिका पर अपना फैसला सुना दिया है। इस फैसले से बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह को काफी राहत मिली है। ये दोनों अपने पदों पर अगले 3 साल तक बने रह सकते हैं। यानी इनके पद पर बने रहने से इनके कार्यकाल को कोई खतरा नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआई को अपने संविधान में संशोधन करने की आजादी दे दी है।
BCCI: अक्टूबर में खत्म हो रहा था कार्यकाल
मालूम हो कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने 23 अक्टूबर 2019 को बीसीसीआई के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला था। वहीं, जय शाह ने 24 अक्टूबर 2019 को बीसीसीआई के सचिव के रूप में पद ग्रहण किया था। तीन साल के कार्यकाल के इसके हिसाब से इन दोनों का कार्यकाल अगले महीने यानी अक्टूबर में खत्म हो रहा था।
बताया जा रहा है कि इसी कारण से बीसीसीआई ने अपने संविधान में संशोधन करने के अधिकार के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। बीसीसीआई ने कोर्ट से इस याचिका पर जल्द सुनवाई करने की अपील भी की थी, जिसपर आज यानी बुधवार को सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया। इस फैसले से सौरव गांगुली और जय शाह ने राहत की सांस ली है।
मिली जानकारी के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला केवल बीसीसीआई अध्यक्ष और सचिव के लिए ही नहीं बल्कि बीसीसीआई और राज्य एसोसिएशन के सभी पदों के लिए है। बीसीसीआई ने कोर्ट से अपील की थी कि उनके अधिकारियों को लगातार दो कार्यकाल तक बने रहने का आदेश दिया जाए। इसमें से एक कार्यकाल राज्य एसोसिएशन से भी जुड़ा हो सकता है। वहीं, बीसीसीआई की इस अपील को सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है।
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