India Law Forum 2023: देश के पूर्व चीफ जस्टिस एम एन वेंकटचलैया पर आधारित पुस्तक ‘लॉ एंड लाइफ’ का विमोचन किया गया। ‘एट द इंटरसेक्शन ऑफ लॉ एंड लाइफ’ पुस्तक का संपादन विवेक देबरॉय और समीर कोचर ने किया है। इस पुस्तक के विमोचन के अवसर पर एक चर्चा भी आयोजित की। जिसमें पूर्व जजों और वरिष्ठ वकीलों ने हिस्सा लिया।
जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर सी राजकुमार ने इस चर्चा का संचालन किया। कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रदीप राय ने बताया कि जस्टिस वेंकटचलैया के पिता चाहते थे कि वे पुलिस सेवा में जाएं। पिता के कहने पर उन्होंने पुलिस में सेवाएं दीं लेकिन बाद में वे कानून के पेशे में आ गए।
India Law Forum 2023: Justice Venkatachaliah को हर मामले में विशेष ज्ञान -वरिष्ठ वकील प्रदीप राय
प्रदीप राय ने कहा कि जस्टिस वेंकटचलैया के रहते नेशलन ज्यूडिशियल अकेडमी की स्थापना हुई। अपने समय के सबसे शानदार जज वेंकटचलैया हुआ करते थे। वेंकटचलैया का मानना था कि सीजेआई होने के बाद उन्हें किसी दूसरे पद को ग्रहण नहीं करना चाहिए। जिससे एक संदेश उन्होंने पूरे देश में देने का काम किया। बाद में पीएम नरसिम्हा राव के कहने पर उन्होंने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से जुड़ने का फैसला किया।
वरिष्ठ अधिवक्ता राय ने कहा कि चाहे विषय कोई भी हो जस्टिस वेंकटचलैया हर मामले में विशेष ज्ञान रखते हैं। उन्होंने 6 साल पहले बता दिया था कि वर्चुअल तरीके से अदालत का कामकाज होने वाला है। जस्टिस वेंकटचलैया सीखने पर जोर देते हैं।
जजों के मामले में आज भी एक आदर्श हैं Justice Venkatachaliah -वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी
कार्यक्रम में वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने जस्टिस एमएन वेंकटचलैया के बारे में कहा कि जब भी जस्टिस वेंकटचलैया की बात आती है तो दिमाग में सबसे पहले कुछ शब्द आते हैं जैसे गंभीरता और गरिमा। जस्टिस वेंकटचलैया पर भूलकर भी कोई पक्षपात करने का आरोप लगा नहीं सकता। जस्टिस जजों के मामले में आज भी एक आदर्श हैं। वह पहले ही न्यायपालिका पर अपनी छाप छोड़ चुके हैं। न सिर्फ जज के रूप में बल्कि एक इंसान के रूप में भी उनमें एक चमक रहती थी।
गरिमापूर्ण ढंग से अदालत की कार्यवाही चलवाते थे पूर्व CJI Venkatachaliah -पूर्व जज इंदिरा बनर्जी
सुप्रीम कोर्ट की पूर्व जज इंदिरा बनर्जी ने कहा कि मैं उनके जजमेंट पढ़ा करती थी। जब सुप्रीम कोर्ट में उनके काम को देखा तो पता चला कि वे कैसे गरिमापूर्ण ढंग से अदालत की कार्यवाही चलवाते थे। वे एक आदर्श जज थे। दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व जज जस्टिस वजीरी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में जज रहते जस्टिस वेंकटचलैया ने बहुत सारे लंबित मामलों को निपटाया और न्यायपालिका के बोझ को कम किया। वे युवा वकीलों को बोलने का मौका देते थे और उनसे डर नहीं लगता था। जस्टिस वेकंटचलैया एक अच्छे इंसान हैं। वे बहुत दूरदर्शी थे। वे सीखने पर जोर देने वाले व्यक्ति थे।
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