जबलपुर हाई कोर्ट ने मध्य प्रदेश के बैढऩ जिले से करीब 15 किलोमीटर दूर सासन स्थित रिलायंस समूह के 3960 मेगावाट वाले अल्ट्रा पावर प्रोजेक्ट में स्थित राख बांध बीते 10 अप्रैल को टूटने से संबंधित मामले को फिर से दायर करने की स्वतंत्रता याचिकाकर्ता को दी है।

याचिकाकर्ता द्वारा नए सिरे से जनहित याचिका दायर करने के लिए चीफ जस्टिस अजय कुमार मित्तल और जस्टिस विजय कुमार शुक्ला की युगलपीठ से अनुमति मांगी, जो प्रदान करके युगलपीठ ने याचिका खारिज कर दी।

जबलपुर के अधिवक्ता सुदीप सिंह सैनी की ओर से दायर इस याचिका पर हुई सुनवाई के दौरान युगलपीठ ने जानना चाहा कि यह याचिका किस आधार पर दायर की गई? याचिकाकर्ता जवाब में कहा कि उसने अखबारों में प्रकाशित खबर के आधार पर यह मामला दायर किया है। इस पर युगलपीठ ने कहा कि वो खुद मौके पर जाए और वहां की हकीकत देखे और फिर उसके बाद रिपोर्ट पेश करे।

वरिष्ठ अधिवक्ता नमन नागरथ और अधिवक्ता आलोक हूंका ने सासन प्रोजेक्ट की ओर से कहा कि इस हादसे से संबंधित एक मामला एनजीटी में लंबित है, जिसकी सुनवाई आगामी 27 अगस्त को होना है। इस पर याचिकाकर्ता ने कहा कि उसे यह मामला वापस लेने की अनुमति दी जाए, ताकि वो एनजीटी में अपना पक्ष रखे या फिर नए सिरे से इस मामले को दायर करे।

मुन्नीलाल वर्मा जो की भोपाल में सब इंस्पैक्टर रेडियो के पद पर कार्यरत है उनके वेतन से कटौती करके 2 लाख 54 हजार रुपए की रिकवरी किए जाने पर जस्टिस सुजय पॉल की एकलपीठ ने रोक लगा दी है। रिकवरी की प्रक्रिया को चुनौती देने वाली याचिका पर राज्य के गृह सचिव व अन्य को नोटिस जारी करते हुए अदालत ने यह अंतरिम व्यवस्था दी। याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता सचिन पाण्डे की दलील थी कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों की अनदेखी करके यह रिकवरी की जा रही, जो अवैधानिक है।

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