जम्मू कश्मीर के त्राल में अलकायदा का मोस्ट वांटेड आतंकी जाकिर मूसा एक बार फिर से सुरक्षा बलों को चकमा देकर फरार होने में कामयाब हो गया। मूसा को त्राल के जंगलों में घेरा लिया गया था लेकिन वह सुरक्षाबलों की घेराबंदी के बाद छुप गया। जिसके बाद सुरक्षाबल वहां पहुंचे लेकिन स्थानीय लोगों ने सडकें जाम कर सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। इसी बीच वो पत्थरबाजों की आड़ में भाग निकला।
दरअसल सुरक्षा बलों को जाकिर मूसा के दो अन्य आतंकियों के साथ क्षेत्र में आने की सूचना मिली थी। इनमें एक स्थानीय कमांडर सालेह मोहम्मद अखून भी था, जो मूसा को स्थानीय स्तर पर मदद पहुंचाता है।
मूसा को पकड़ने के लिए सेना और अर्धसैनिक बलों ने मोर्चा संभाल इलाके को खाली करा लिया था। जानकारी के अनुसार सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन शुरू करते हुए जब मूसा के गांव नूरपुरा को घेर लिया वैसे ही सुरक्षाबलों पर प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया। पत्थरबाजों के द्वारा दो जगहों पर सेना पर पत्थर फेंके गए।
गौरतलब है कि सुरक्षाकर्मियों के द्वारा हालात को काबू में करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए। काफी देर तक यहां टकराव की स्थिति बनी रही। मूसा के फरार होने के कुछ ही देर बाद पत्थरबाज शांत हो गए। आशंका है कि स्थानीय प्रदर्शनकारियों ने आतंकियों को भगाने में मदद के लिए पत्थराव का सहारा लिया इसलिए कुछ घंटों बाद पत्थरबाजी रुक गई।
बता दें कि नूरपोरा के अलावा सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर में पहलीपोरा शोपियां और उत्तरी कश्मीर के अजस बांडीपोर में आतंकियों को जिंदा अथवा मुर्दा पकड़ने के लिए यह ऑपरेशन चलाया था लेकिन आतंकी मूसा एक बार फिर से हाथ से निकल गया।