केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस को फॉलो न करना ट्विटर के लिए भारी पड़ रहा है। ट्विटर और ट्विटर के लिए काम करने वाले कर्मचारी इसका भुगतान कर रहे हैं। आईटी एक्ट संरक्षण हटने के बाद ही ट्विटर पर एफआईआर की बरसात हो गई है। गाजियाबाद में बुजुर्ग की पिटाई और दाढ़ी काटने के मामले में ट्विटर एमडी मनीष महेश्वरी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। गाजियाबाद पुलिस ने ट्विटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर को लीगल नोटिस भेजा है और सात दिनों के भीतर पुलिस स्टेशन आकर बयान दर्ज कराने को कहा है।
माइक्रोब्लागिंग साइट पर आरोप है कि बुजुर्ग की पिटाई का वीडियो वायरल होने से समाज में गलत संदेश गया और ट्विटर ने इसे लेकर कोई एक्शन नहीं लिया और इसे वायरल होने दिया। ट्विटर के इस गैर जिम्मेदाराना रवैये से योगी सरकार ना खुश है। सरकार अब सख्ती पर उतर आई है।
मिली जानकारी के अनुसार बुजुर्ग की पिटाई का वीडियो ट्विटर ने वायरल होने दिया। इस बात को ध्यान में रखते हुए ट्विटर एमडी मनीष महेश्वरी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जिसमें कहा गया है कि उन्हें सात दिन के अंदर लोनी बॉर्डर थाने में अपना बयान दर्ज कराना होगा। यह नोटिस जांच अधिकारी की ओर से जारी किया गया है। यह मुंबई स्थित कार्यालय के पते पर भेजा गया है।
लोनी बॉर्डर थाना के जांच अधिकारी द्वारा ट्विटर इंडिया के हेड मनीष माहेश्वरी को ये नोटिस सीआरपीसी की धारा 160 के तहत भेजा है। नोटिस में पुलिस ने कहा है कि समाज में घृणा और विद्वेष फैलाने वाले संदेशों का ट्विटर ने कोई संज्ञान नहीं लिया और सामाजिक सौहार्द को प्रभावित करने वाले कार्य व लेख को बढ़ावा दिया। साथ ही ट्विटर ने वीडियो को वायरल होने दिया।
बता दें कि, एमडी पर सभी मुकदमा जमानती है। यानी की मनीष महेश्वरी को जेल नहीं जाना पड़ेगा। पुलिस उनसे पूछताछ ही करेगी। हालांकि पूछताछ में सभी आरोपियों को व्यक्तिगत तौर पर हाजिर होना पड़ेगा। इसलिए पुलिस ट्विटर और वायर के अलावा अन्य आरोपियों को उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी कर रही है।