उत्तर प्रदेश सरकार की योजनाओं एवं कार्यक्रमों के व्यापक प्रचार –प्रसार के लिए लोक कल्याण मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम का प्रस्ताव मंजूर किया गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंगलवार को लखनऊ में हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में यह फैसला किया गया।
योगी सरकार की कैबिनेट के एक फैसले से यह साफ हो गया कि जल्द ही 25 हजार के वेतन पर सभी 822 ब्लॉक के लिए एक लोक कल्याण मित्र नियुक्त किया जाएगा। 25 हजार के अलावा 5 हजार रुपये भत्ते के तौर पर भी दिए जाएंगे। यानी हर ब्लॉक में लोक कल्याण मित्र को सरकार 30 हजार देगी, जो उनके कामकाज के प्रचार को लेकर जनता के पास जाएगी।
दरअसल, यह सभी 822 पद इस लिहाज से महत्वपूर्ण है। क्योंकि योगी सरकार इनके माध्यम से हर ब्लॉक में अपने कामकाज, योजनाओं और सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों तक सीधी पहुंचेगी। साथ ही उनके फीडबैक को भी सरकार तक पहुंचाएगी।
सरकार पहले 1 साल का इन्हें इंटर्नशिप कराएगी उसके बाद उन्हें ट्रेनिंग डाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज जैसे संस्थाओं में डाटा ट्रेनिंग का कोर्स भी कराया जाएगा। उसके बाद यह लोग हर ब्लॉक में तैनात किए जाएंगे।
योगी सरकार ने इसके चयन की जिम्मेदारी जिले स्तर पर डीएम और कमिश्नर के अंडर में एक समिति को दी है। इसमें आरक्षण का रोस्टर भी सरकारी नियमों के हिसाब से होगा साथ ही उम्र और दूसरी अहर्ताएं भी सरकारी होंगी।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा, ‘इसका उद्देश्य उत्साही एवं अनुभवी युवाओं को इस कार्यक्रम में शामिल करना है जो वास्तव में सामाजिक परिवर्तन लाने के इच्छुक हों। इस कार्यक्रम के तहत सभी ब्लॉक स्तर पर एक लोक कल्याण मित्र एवं प्रदेश स्तर पर दो कल्याण मित्र तैनात किएं जाएंगे।
ये है अनिवार्य योग्यता
लोक कल्याण मित्र के लिए 21 से 40 वर्ष की आयु सीमा वाले स्नातक अभ्यर्थी पात्र होंगे। लोक कल्याण मित्र के पद के लिए जो भी व्यक्ति आवेदन करेंगे उनके पास दो सालों का सामाजिक अनुभव होना चाहिए। इसके अलावा उन्हें कम्प्यूटर का भी ज्ञान होना चाहिए।
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के हर ब्लॉक के लिए 822 लोक कल्याण मित्रों का चयन एक लिखित परीक्षा के माध्यम से करेगी।