उत्तर प्रदेश सरकार ने विधानसभा में 7301 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने विधानसभा में बजट पेश किया। मुख्यमंत्री की घोषणाओं और अगले 6 माह में पूरी की जा सकने वाली परियोजनाओं को अमली जामा पहनाने के लिए 7301.5 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट विधानसभा में पेश किया गया है। इससे पहले मंत्रिपरिषद की बैठक में बजट के प्रस्तावों पर मुहर लगी।
अनुपूरक बजट की बड़ी घोषणाएं
- इस बजट में युवाओं के लिए रोजगार, गन्ना किसानों के भुगतान और अधिवक्ताओं की मदद, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के मानदेय में वृद्घि, बिजली सुधार और गोवंश के रखरखाव पर विशेष जोर दिया गया है।
- वित्तमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने युवाओं के रोजगार के लिए 3 हजार करोड़ रुपए आवंटित करने का ऐलान किया।
- संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि विपक्ष के पास कोई काम नहीं है। वह सदन की कार्यवाही में बाधा डालना चाहता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पेट्रोल और डीजल के दाम अन्य राज्यों से कम हैं।
- गन्ना किसानों का भुगतान और अधिवक्ताओं के लिए सामाजिक सुरक्षा निधि का बजट में प्रावधान किया गया है।
- राजधानी में अंबेडकर स्मारक तथा सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण, आंगनबाड़ी, आशावर्कर और चौकीदारों के लिए मानदेय में वृद्धि, गोवंश का रखरखान और आयोध्या में पार्किंग की व्यवस्था और बेसिक इफ्रास्ट्रक्चर के लिए बजट में प्रावधान किया गया है।
- वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि अनुपूरक बजट में प्रदेश के युवाओं को डिजिटली सक्षम बनाने के लिए कोष की स्थापना की खातिर 3000 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।
- बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के लिए 100 करोड़ रुपये की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है।
- बलिया लिंक एक्सप्रेस वे के लिए 50 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।
- विद्युत व्यवस्था में सुधार के लिए भी संसाधनों का बेहतर इंतजाम किया गया है।
विपक्ष का हंगामा
विपक्ष के नेता राम गोविंद चौधरी ने प्रश्नकाल शुरू होने से पहले महंगाई का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि महंगाई ज्यादा हो गई है। खाद्य वस्तुओं की कीमतें बढ़ गई। केवल लोगों की जान सस्ती हो गई है। मंहगाई के चलते लोग भूखों मर रहे हैं। कोरोना में लोगों की नौकरियां चली गई हैं। हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने विपक्षी सदस्यों को मनाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही को 40 मिनट के लिए स्थगित कर दी।