YES Bank Scam: यस बैंक घोटाले (YES Bank Scam) को लेकर सीबीआई (CBI) आज मुंबई (Mumbai) और पुणे (Pune) समेत 8 जगह पर छापेमारी की। मुंबई CBI टीम के साथ सीबीआई मुख्यालय की टीम भी शामिल रही। खबरों के मुताबिक सीबीआई पुणे में बिल्डर विनोद गोयनका और मुंबई में शाहिद बलवा और अविनाश भोसले के ठिकानों पर तलाशी की है। अविनाश भोसले एबीआईएल ग्रुप ऑफ कंपनीज के प्रमोटर हैं।
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YES Bank Scam: Sanjay Chhabria 6 मई तक हिरासत में
बता दें कि दो दिन पहले ही सीबीआई ने नामी बिल्डर संजय छाबड़िया को गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई ने बिल्डर संजय छाबड़िया और उनकी कंपनी के 15 ठिकानों पर छापेमारी की थी। संजय छाबड़िया को 29 अप्रैल को सीबीआई के एक स्पेशल कोर्ट में पेश भी किया गया था। जिसके बाद उन्हें 6 मई तक के लिए हिरासत में भेज दिया गया है।
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जानकारी में पाया गया है कि छाबड़िया ने डीएचएफएल के कपिल वधावन और राणा कपूर द्वारा स्थापित यस बैंक द्वारा उनकी कंपनियों को मंजूर किए गए 3,094 करोड़ रुपये के ऋण में कथित तौर पर हेराफेरी की है। इस मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया।
Yes Bank-DHFL Fraud मामला क्या है?
ये मामला यस बैंक के फाउंडर (यस बैंक के संस्थापक) राणा कपूर के अपने पद का गलत इस्तेमाल कर DHFL को फायदा पहुंचाने से जुड़ा है। यस बैंक ने DHFL के डिबेंचर में करीब 3,700 करोड़ रुपये निवेश किया और बदले में राणा कपूर और उनके परिवार ने करीब 650 करोड़ रुपये का निजी लाभ मिला।
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बता दें कि केंद्रीय जांच एजेंसी मार्च 2020 से इस मामले की जांच कर रही है। सीबीआई ने भी इस संबंध में मार्च 2020 में मामला दर्ज किया था। 2020 में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने इस घोटाले में यस बैंक के प्रबंध निदेशक राणा कपूर और अन्य आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी।
ईडी ने अपनी चार्जशीट में लिखा था कि राणा कपूर ने नियमों की अवहेलना कर कर्ज दिया, जिसके एवज में दूसरी कंपनियों से जुड़े आरोपियों ने अपने परिवार से जुड़ी कंपनियों में पैसा लगाया। ईडी को इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत भी मिले थे, जिसकी गहनता से जांच की गई थी।
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