गुजरात चुनाव को अब ज्यादा दिन नहीं बचे हैं। ऐसे में केंद्र की मोदी सरकार पक्ष और विपक्ष दोनों ही तरफ के नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर काफी गंभीर है क्योंकि किसी भी प्रकार की अनहोनी की जवाबदेही केंद्र सरकार की होगी। खुफिया एजेंसियों के अनुसार पाटीदार नेता हार्दिक पटेल समेत गुजरात के कुछ नेताओं पर हमले की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में हार्दिक पटेल को वाई श्रेणी की वीआइपी सुरक्षा मुहैया कराई गई है। इस फैसले के बाद हार्दिक की सुरक्षा में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों को तैनात किया जाएगा। हार्दिक को ये सुरक्षा शुक्रवार सुबह से मिलेगी।
बता दें कि 9 और 12 दिसंबर को गुजरात चुनाव होना है। पूरे गुजरात में प्रचार-प्रसार जोर-शोर से चल रहा है। इस बार का गुजरात चुनाव कई मायनों में खास भी है क्योंकि इस बार पाटीदार नेता हार्दिक पटेल, दलित नेता जिग्नेश मेवाणी और ओबीसी नेता अल्पेश ठाकुर भी काफी उभर कर सामने आए हैं। गुजरात में हो रहे चुनाव को देखते हुए सेंट्रल इंटेलीजेंस और सुरक्षा एजेंसियों ने खतरे से संबंधित रिपोर्ट तैयार की है। इस रिपोर्ट में पटेल को सुरक्षा देने की वकालत की गई है। इस खातिर बिना देर किए केंद्र सरकार ने पटेल को वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया। बता दें कि इस तरह की सुरक्षा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत जैसे करीब 60 गणमान्य लोगों को दी जाती है।
इससे पहले हार्दिक पटेल और जिग्नेश मेवाणी ने सुरक्षा लेने से मना कर दिया था। दोनों का मानना था कि ये सुरक्षा उनको इसलिए दी जा रही है ताकि उनके मूवमेंट पर नजर ऱखा जा सके। मेवाणी का कहना था कि उनके पास दो सुरक्षाकर्मी पहले से हैं इसलिए उनको सरकारी सुरक्षाकर्मी नहीं चाहिए। उनका कहना था कि सरकार को मेरे सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है। सरकार की खुद बदनामी न हो इसलिए केंद्र सरकार गुजरात नेताओं को सुरक्षा मुहैया करवा रही हैं।