यूपी की योगी सरकार चिकित्सा व्यवस्था को लेकर पहले से ज्यादा सजग हो गई है। खासकर, तब जब इंसेफेलाइटिस से हो रही बच्चों की मौतों से वो चारों तरफ से विपक्षियों के निशाने पर है। ऊपर से बीआरडी कॉलेज में ऑक्सीजन के कमी से हुई सैकड़ों बच्चों की मौत की घटना से योगी सरकार काफी दबाव महसूस कर रही थी। ऐसे में योगी सरकार को इस समस्या से निपटने के लिए किसी के साथ की जरूरत तो थी ही। आखिरकार योगी सरकार को उनका साथी मिल गया। जी हां, सॉफ्टवेयर की दुनिया के दिग्गज बिल गेट्स ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ आज मुलाकात की। करीब 40-45 मिनट की इस मुलाकात के दौरान प्रदेश को चिकित्सा के क्षेत्र में मजबूत करने को लेकर करार किया गया।

दोनों की मुलाकात यूपी की चिकित्सा व्यवस्था के लिए काफी फायदेमंद बताई जा रही है। जापानी इंसेफेलाइटिस को जड़ से खत्म करने के लिए बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन तथा सीएम योगी आदित्यनाथ की कर्मस्थली गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज के बीच करार हुआ।  इसके साथ ही प्रदेश में फाइलेरिया के उन्मूलन के लिए बिल गेट्स ने तीन ड्रग थेरेपी अपनाने का सुझाव दिया। बता दें कि राज्य सरकार और मिलिंडा एंड बिल गेट्स फाउंडेशन के बीच वर्ष 2012 में सहयोग को लेकर एक समझौता हुआ था। इस समझौते की अवधि इसी साल समाप्त हो रही है।

इसके अलावा सीएम योगी और बिल गेट्स के बीच और भी कई महत्वपूर्ण मद्दों पर समझौता हुआ। यूपी के किसानों की आय बढ़ाने के लिए बिल गेट्स ने मृदा परीक्षण के लिए केमिकल की बजाय स्पेक्ट्रोस्कोपी तकनीक अपनाने की सलाह दी। साथ ही बिल गेट्स ने फाउंडेशन की ओर से किसानों को उन्नत किस्म के बीज मुहैया कराने और खेती की उन्नत तकनीक सिखाने का भरोसा दिलाया। प्रमुख सचिव सूचना एवं पर्यटन अवनीश अवस्थी ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि बिल गेट्स ने कहा है कि इंडियन मेडिकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन के साथ मिलकर वह मच्छर जनित बीमारियों की मनिटरिंग कर रहे हैं। गेट्स ने भरोसा दिलाया कि गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज स्थित रीजनल वेक्टर डिजीज सेंटर को मजबूत करने में वह सहयोग करेंगे।