कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इशारों-इशारों में एक बार फिर से निशाना साधा है। थरूर ने पूछा कि पीएम अपने सिर पर अलग-अलग तरह की पगड़ी तो पहन लेते हैं लेकिन मुस्लिम टोपी पहनने से क्यों बचते हैं? थरूर ने रविवार को तिरुवनंतपुरम में आयोजित ‘नफरत के खिलाफ वर्तमान भारत में हिंसा और असहनशीलता’ कार्यक्रम में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश और विदेश दौरे पर अलग-अलग तरह की ड्रेस पहन लेते हैं, खासकर वो विभिन्न तरह की पगड़ी पहने लेते हैं, मुस्लिम टोपी पहनने से हमेशा बचते हैं।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी अभी भी एक चीज काम नहीं करते हैं, वह हरे रंग का क्यों नहीं पहनते हैं? मॉब लिंचिंग पर शशि थरूर ने केंद्र सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया। कहा कि आज अगर स्वामी विवेकानंद होते तो उनको भी भीड़ नहीं छोड़ती।
झारखंड के पाकुड़ में स्वामी अग्निवेश पर पिछले महीने हुए हमले की निंदा करते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि अगर स्वामी विवेकानंद आज भारत में होते तो वो भी उन गुंडों के निशाने पर होते जिन्होंने स्वामी अग्निवेश पर हमला किया। थरूर ने कहा, ‘वो उनके (स्वामी विवेकानंद) चेहरे पर फेंकने के लिए इंजन का तेल लाते और उन्हें गिराकर पीटते क्योंकि स्वामी विवेकानंद भी कहते कि इंसानों का सम्मान करो। वो कहते कि इंसानियत सबसे जरूरी है।’
इस कार्यक्रम में स्वामी अग्निवेश भी शरीक हुए थे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ पार्टी और आरएसएस पर कब्जा कर लिया है। इससे पहले कार्यक्रम में मौजूद सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने संघ परिवार पर साम्प्रदायिक घृणा फैलाने का आरोप लगाया और इस ‘बुराई’ से मुकाबले के लिए लोगों से एकजुट होने का आह्वान किया।
अग्निवेश ने यहां एक सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों से यह कहा जाना चाहिए कि वे ‘संघ परिवार की ओर से प्रसारित संकीर्ण हिंदुत्व’ में नहीं फंसे। अग्निवेश पर पिछले महीने झारखंड में कथित रूप से बीजेपी से जुड़ी इकाई के कार्यकर्ताओं ने हमला किया था। उन्होंने कहा कि यह समय साम्पद्रायिक ताकतों के खिलाफ चुनौती लेने का है।
ब्यूरो रिपोर्ट, एपीएन