National Education Day 11 नवंबर को मनाया जाता है। इस दिन को देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम के शिक्षा के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान को याद करने के लिए मनाया जाता है। National Education Day की शुरुआत साल 2008 से की गयी थी। हर साल 11 नवंबर को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
मौलाना अबुल कलाम
मौलाना अबुल कलाम कांग्रेस पार्टी के सबसे कम उम्र में अध्यक्ष बने थे। आजाद भारत में उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में कई काम किया था। अबुल कलाम पाकिस्तान के निर्माण के खिलाफ थे उन्होंने 1936 में ही कह दिया था कि अगर ऐसा होता है तो इसके दो टुकड़े हो जाएंगे। पाकिस्तान के निर्माण के दौरान उन्होंने भारत के पक्ष में मुसलमानों को एकजुट रखने के लिए कई कार्य किए थे।
देश भर में लोग कर रहे हैं याद
देश भर में लोग मौलान अबुल कलाम को याद कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उन्हें याद किया है। प्रधानमंत्री ने लिखा कि मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। एक पथप्रदर्शक विचारक और बुद्धिजीवी, स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका प्रेरणादायक है। वह शिक्षा क्षेत्र के प्रति जुनूनी थे और समाज में भाईचारे को आगे बढ़ाने के लिए काम करते थे।