National Girl Child Day: देश भर में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जा रहा है। हर साल 24 जनवरी को भारत में बालिका दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर पीएम मोदी से लेकर स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने बधाई दी है। इस दिन की शुरुआत बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार ने साल 2008 में की थी। समाज में पन रहे भेदभाव को मिटाने के लिए राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुरुआत की गई थी। इस दिन कई जगहों पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। National Girl Child Day अभियान का उद्देश्य देश को ये बताना है कि लड़का और लड़की बराबर हैं। इस दिन के मदद से लड़कियों को उनको उज्जवल भविष्य की तरफ बढ़ने के लिए प्रेरित करना है।
National Girl Child Day: का इतिहास
बता दें कि 24 जनवरी के दिन ही देश की अबतक और पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पीएम पद की शपथ ली थी। आज के दिन साल 1996 में देश को पहली महिला प्रधानमंत्री मिली थी।
इस अभियान का उद्देश्य देशभर की लड़कियों को जागरूक करना हैय़। साथ ही लोगों को यह बताना है कि समाज के निर्माण में महिलाओं का समान योगदान है। इसमें सभी क्षेत्रों के लोगों को शामिल किया गया है। उन्हें जागरूक किया गया है कि लड़कियों को भी निर्णय लेने का अधिकार होना चाहिए।
National Girl Child Day: लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाना है..
इस मौके पर पीएम मोदी (PM Modi) ने ट्वीट कर बधाई दी है। उन्होंने लिखा कि ये दिन महिलाओं को मजबूत करने का अवसर है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा राष्ट्रीय बालिका दिवस हमारी प्रतिबद्धता को दोहराने और बालिकाओं को सशक्त बनाने के लिए चल रहे प्रयासों को और मजबूत करने का अवसर है। यह विभिन्न क्षेत्रों में बालिकाओं की अनुकरणीय उपलब्धियों का जश्न मनाने का भी दिन है।
बालिका दिवस को मनाने का सबसे बड़ा कारण समाज में लोगों को बेटियों के प्रति जागरूक करना है। वो बालिकाओं के अधिकारों के बारे में हो, लड़कियों के शिक्षा के महत्व हो, स्वास्थ या उनके पोषण के बारे में हो। एक दौर ऐसा भी था, जब बेटियों को मार दिया जाता था। लड़कियों के बाल-विवाह करवा दिए जाते थे। National Girl Child Day पर लड़कियों को खुद के लिए आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया जाता है।
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