Who Is Nalini Sriharan: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के सभी दोषियों को सुप्रीम कोर्ट ने रिहा करने का आदेश दे दिया है। शुक्रवार 11 नवंबर को कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि अगर इन दोषियों पर कोई अन्य मामला नहीं है, तो इन्हें रिहा कर दिया जाए। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शनिवार को नलिनी श्रीहरन जेल से बाहर आ गई है। बाहर निकलते ही नलिनी ने कहा “मैं तमिलनाडु के लोगों का शुक्रगुजार हूं जिन्होंने 32 साल तक मेरा साथ दिया। मैं राज्य और केंद्र सरकार दोनों को धन्यवाद देती हूं। बाकी के बारे में, मैं कल चेन्नई में प्रेस मीट के दौरान बोलूंगी। कल सुप्रीम कोर्ट के वकील भी बोलेंगे।” आइए जानते हैं कि कौन है राजीव गांधी की हत्या की दोषी महिला नलिनी श्रीहरन…

Who Is Nalini Sriharan: सबसे लंबे समय तक जेल में रहने वाली महिला
पूर्व पीएम राजीव गांधी की हत्या के मामले में नलिनी श्रीहरन दोषी थी। बता दें कि 21 मई 1991 राजीव गांधी की हत्या के बाद नलिनी, मुरुगन के साथ कई दिनों तक फरार रही। बताया गया कि तब उसने मुरुगन के साथ शादी भी कर ली थी। वहीं, 14 जून 1991 को स्पेशल जांच टीम ने नलिनी को मुरुगन के साथ चेन्नई में सैदापेट बस स्टैंड से पकड़ा था। गिरफ्तारी के पहले नलिनी एक निजी कंपनी में स्टेनोग्राफर के रूप में काम करती थी। मिली जानकारी के अनुसार, जब राजीव गांधी की हत्या की गई तब नलिनी हत्या की पूरी साजिश और प्रक्रिया पर नजर रखी हुई थी और मौके पर मौजूद थी। नलिनी सबसे अधिक समय तक जेल में रहने वाली महिला भी है।

पिता थे इंस्पेक्टर तो मां नर्स
नलिनी श्रीहरन का जन्म 1967 में तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में हुआ था। उसके पिता पुलिस इंस्पेक्टर थे जबकि मां एक नर्स। बताया जाता है कि नलिनी के मां का नाम महात्मा गांधी ने पद्मावती रखा था। तीन भाई-बहनों में नलिनी सबसे बड़ी है। वह चेन्नई के एक कॉलेज से इंग्लिश में बीए की थी। बताया जाता है कि नलिनी फरवरी 1991 में श्रीलंका के मुरुगन के संपर्क में आई थी। वह लिट्टे का सदस्य था, जिसने नलिनी के जीवन को एक अलग ही मोड़ दे दिया। मुरुगन के संपर्क में आने के बाद नलिनी लिट्टे का हिस्सा बन गई। इस संगठन ने ही पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या की साजिश रची और 21 मई 1991 को अपने साजिश को अंजाम तक पहुंचा भी दिया।
जेल में बेटी को दिया था जन्म
मिली जानकारी के अनुसार, नलिनी को जब जेल में बंद किया गया था तब वह गर्भवती थी। 21 जनवरी 1992 को नलिनी ने जेल में ही बच्ची को जन्म दिया। बताया गया कि दो साल तक तो नलिनी अपनी बेटी का चेहरा तक नहीं देख पाई थी। लगभग 6 साल की उम्र में उसकी बेटी को रिहा कर दिया गया। जेल से निकलने के बाद नलिनी की बेटी अपनी दादी के साथ लंदन चली गई। मिली जानकारी के अनुसार, नलिनी की बेटी अब लंदन में डॉक्टर है।
बताया गया कि 2020 तक नलिनी तीन बार पैरोल पर जेल से बाहर आई थी। पहली बार 2004 में बेटे की शादी पर, दूसरी बार 2016 में पिता की मौत पर और तीसरी बार तब जब उसकी बेटी की शादी थी।
चुनावी रैली में हुई थी पूर्व पीएम राजीव गांधी की हत्या
मालूम हो कि 21 मई 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरुंबदूर में एक चुनावी रैली के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या एक आत्मघाती हमले में कर दी गई थी। मिली जानकारी के अनुसार, एक महिला राजीव गांधी को माला पहनाई और उसके बाद धमाका हो गया। उस आत्मघाती हमले में राजीव गांधी के साथ कुल 18 लोगों की मौत हुई थी। मामले में 41 लोगों को आरोपी बनाया गया था। उनमें से 12 लोगों की मौत हो गई और तीन फरार हो गए। बाकी के 26 आरोपी पकड़े गए। आरोपियों में भारत के अलावा श्रीलंका के भी कुछ लोग थे।

बताया गया कि आरोपियों पर टाडा के तहत कार्रवाई हुई और सात साल तक चले कानूनी कार्यवाही के बाद 28 जनवरी 1998 को टाडा कोर्ट ने सभी 26 दोषियों को मौत की सजा सुना दी। मामले को सुप्रीम कोर्ट ले जाया गया। कोर्ट ने फैसला बदलते हुए 26 में से 19 दोषियों को रिहा कर दिया। इसके साथ ही 7 दोषियों की फांसी की सजा को कायम रखा। कुछ दिनों के बाद कोर्ट ने इनकी सजा को भी बदलकर उम्रकैद कर दिया। अब कोर्ट का फैसला सभी को रिहा करने का आया है।
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