Asad Encounter: जेल में बंद गैंगस्टर अतीक अहमद का बेटा असद उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से विदेशी निर्मित अत्याधुनिक हथियार भी बरामद किए हैं। असद के सिर पर 5 लाख रुपये का इनाम था। एक अन्य व्यक्ति गुलाम भी पुलिस के हाथों बेमौत मारा गया। दोनों आरोपी उमेश पाल हत्याकांड में वांछित थे। पाल बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेता राजू पाल की हत्या का मुख्य गवाह था। 24 फरवरी को प्रयागराज के सुलेम सारा इलाके में पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उन्हें कई गोलियां मारी गईं और उन पर और उनके गनर पर बम भी फेंके गए। हत्या ऐसे समय में हुई है जब अतीक अहमद और उसके भाई को प्रयागराज की एक अदालत में पेश किया गया था।
कौन है असद?
असद गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद का बेटा है। 9 अप्रैल को, दिल्ली पुलिस ने पाल हत्याकांड में सहायक असद की मदद करने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। तीन आरोपी व्यक्तियों पर पाल हत्याकांड के बाद असद को शरण देने का आरोप लगाया गया था।
इसी मामले में अतीक अहमद के दूसरे बेटे अली अहमद का नाम भी सामने आया था। अहमद परिवार के खिलाफ लगभग 160 आपराधिक मामले दर्ज हैं। अतीक खुद करीब 100 मुकदमों में नामजद है, जबकि उसके भाई अशरफ पर 52 मुकदमे दर्ज हैं। आतिफ की पत्नी शाइस्ता प्रवीन के खिलाफ तीन और बेटे अली और असद के खिलाफ क्रमश: चार और एक मामला दर्ज है।

उमेश पाल की पत्नी जया पाल द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर 25 फरवरी को पुलिस ने अतीक अहमद और उसके परिवार के सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
असद के जुर्म की शुरुआत
प्रयागराज में उमेश पाल पर ताबड़तोड़ गोली बरसाने वाला असद अहमद और उसके साथ शूटर गुलाम को यूपी पुलिस ने ढेर कर दिया है। 6 महीने पहले जुर्म की दुनिया में कदम रखने वाले असद पर कोई भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं था। लेकिन 24 फरवरी को प्रयागराज की सड़क पर उमेश पाल की दिनदहाड़े हत्या के बाद असद अहमद यूपी का मोस्ट वांटेड क्रिमिनल बन गया। पुलिस असद की तलाश में दर-दर भटकती रही। हालांकि, गुरुवार को यूपी एसटीएफ को झांसी में असद के होने की खबर लगी। फिर क्या था पुलिस की बंदूक और निशाने पर असद।
गॉड फॉदर के रूप में अपने पिता अतीक और चाचा अशरफ को देखा और उन्हीं की तरह से ही अपराध की दुनिया में ख्याति हासिल करना चाहता था असद। वह पढ़ाई में काफी होशियार तो था, लेकिन अपनी किशोरवस्था में पिता और चाचा की ऐसी छाया बनी कि वकील बनने का सपना छोड़ कर शार्प शूटर बन गया।
बताया जाता है कि असद ने स्कूल से ही गुंडागर्दी की शुरुआत कर दी थी। एक प्रतियोगिता हारने पर उसने दूसरे पक्ष के लोगों को पीट दिया था। साथ साथ टीचरों के साथ भी बदसलूकी की थी। इसके साथ साथ 2017 में एक शादी समारोह में खुलेआम फायरिंग की थी। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था। अब वो इस बार क्यों उमेश पाल की हत्या करने के लिए तैयार हो गया था? असद कानून की पढ़ाई के लिए विदेश जाना चाहता था, लेकिन उसका पासपोर्ट क्लियर नहीं हुआ था। असद के 2 बड़े भाई है। एक का नाम उमर अहमद और दूसरे का नाम अली अहमद।
दोनों अतीक का कामकाज देख रहे थे। बताया जा रहा है कि दोनों ने पिछले साल अगस्त में कोर्ट में सरेंडर किया था। इसके बाद से ही असद एक्टिव हो गया था। इसके अलावा अतीक के दो नाबालिग बेटे है।
कोर्ट से जेल जाते समय अतीक ने कहा कि सब कुछ मेरी वजह से हुआ है। अतीक ने कहा कि वह असद की मिट्टी में जाना चाहता है। माफिया अतीक ने असद को दफनाए जाने की जगह पूछी। अतीक और अशरफ को पांच दिन की पुलिस हिरासत में लिया गया है। अब मामले की अगली सुनवाई 17 अप्रैल को होगी।
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