कुछ चीजें ऐसी होती हैं जो इंसान को धीरे-धीरे बीमार बनाती हैं और इंसान को इसका पता भी नहीं चलता। इन्हीं चीजों में एक चीज है मोबाइल से ज्यादा बात करना। हम सभी को मालूम है कि मोबाइल से लगातार कई घंटों तक बात करना हमारे शरीर के लिए कितना घातक है लेकिन उसके बावजूद हम या तो इसपर ध्यान नहीं देते या फिर इसे अपनी मजबूरी मान लेते हैं। लेकिन केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अब इस रोग से निजात दिला दी है। जी हां, प्रकाश जावड़ेकर ने इससे बचने का नायाब तरीका अपनाया है। शुक्रवार को संसद में प्रकाश जावड़ेकर अपने मोबाइल के साथ हैंडसेट लेकर पहुंचे। उन्होंने हैंडसेट को अपने मोबाइल के साथ कनेक्ट कर रखा था और किसी से बाते कर रहे थे।
विशेषज्ञ भी मोबाइल फोन का कम इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। इसी को अपनाते हुए केंद्रीय मंत्री ने यह उपाय अपनाया। जाहिर है कि एक केंद्रीय मंत्री के पद पर रहते हुए उनको न जाने कितने फोन रिसीव करने होते होंगे, ऐसे में उनके सेहत पर काफी गंभीर प्रभाव पड़ता हैं। शुक्रवार को शीतकालीन सत्र के दौरान जब प्रकाश जावड़ेकर सदन में आए तो उनके हाथ में एक अनोखा फोन था। इस फोन को देखकर सभी उत्सुक हो गए कि आखिर ये है क्या चीज। इस पर मंत्री ने बताया कि इस फोन के इस्तेमाल से रेडिएशन का खतरा बहुत कम हो जाता है।
To keep the radiations away, Union Minister .@PrakashJavdekar comes up with a novel idea, which created buzz in the #Parliament #WinterSession .@aajtak .@IndiaToday pic.twitter.com/x8cu1M9M2w
— Supriya Bhardwaj (@Supriya23bh) December 22, 2017
केंद्र की मोदी सरकार के मुताबिक डिजिटल इंडिया का सपना साकार करने के लिए टेलीकॉम सेक्टर में जोरदार बढ़ोतरी जरूरी है। सरकार ने मोबाइल रेडिएशन को लेकर गलत जानकारी रोकने के लिए तरंग पोर्टल की पहल भी की है। हालांकि मोबाइल रेडिएशन पर सबका मत एक जैसा नहीं है। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि इससे कोई स्वास्थ्य संबंधी बिमारियां नहीं होती। यहां तक की मोबाइल टावर से होने वाले रेडिएशन को खुद केंद्र सरकार स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं मानती।