लड़कियों के बीयर पीने पर दिए गए विवादित बयान के बाद सुर्ख़ियों में आए गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने बुधवार को कहा, कि गोवा में हर किसी का स्वागत है लेकिन बशर्तें वह सड़क पर पेशाब ना करे और राज्य के कचरे की समस्या को ना बढ़ाए। बता दे, सीएम पर्रिकर ने ये बयान विजय सरदेसाई के बचाव में दिया है। पिछले दिनों सरदेसाई अपने बयान के चलते निशाने पर आ गए थे।
विजय सरदेसाई ने घरेलू पर्यटकों, खासकर उत्तर भारत और हरियाणा से आने वाले पर्यटकों पर निशाना साधते हुए उन्हें ‘धरती की गंदगी‘ बताया था। उन्होंने कहा था कि उत्तर भारतीय पर्यटक गोवा को ‘एक और हरियाणा‘ में तब्दील कर देंगे। हालांकि बाद में उन्होंने खुद का बचाव करते हुए कहा था, कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। वह सिर्फ खराब व्यवहार करने वाले घरेलू पर्यटकों के बारे में बात कर रहे थे, न कि हर पर्यटक के बारे में।
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पर्रिकर ने सरदेसाई का बचाव करते हुए कहा, कि उनके बयान से राज्य की पर्यटन संख्या पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ेगा, लेकिन मैं ये भी मानता हूं कि सरदेसाई के शब्द सही नहीं थे, परंतु मैं ये भी अच्छे से जानता हूं कि उनका तात्पर्य हिंसा फैलाने या किसी भी समुदाय विशेष की भावनाओं को ठेस पहुंचाने से नहीं था।
पर्रिकर ने बताया, कि जब “सरदेसाई ने मुझसे पूछा कि क्या इससे पर्यटन पर प्रभाव पड़ेगा? तो मैंने जवाब दिया था कि मुझे नहीं लगता इससे प्रभाव पड़ेगा। मैं दुनिया के किसी भी हिस्से के अच्छे और जिम्मेदार पर्यटक का गोवा में आना पसंद करूंगा। गोवा में स्थानीय लोगों के लिए भी सामाजिक व्यवहार के मूलभूत नियम लागू होते हैं।