आखिरकार उत्तर प्रदेश में आखिरी चरण के चुनाव की घड़ी आ चुकी हैं। उत्तर प्रदेश में सातवें और आखिरी चरण के लिए मतदान जारी है।
यूपी के पूर्वांचल में 7 जिले की 40 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं वहीं मणिपुर में भी आज दूसरे और आखिरी चरण के लिए 22 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। यूपी में आखिरी चरण के चुनाव बड़े-बड़े नेताओं की साख दांव पर लगी है, एक ओर सपा अपने 2012 के प्रदर्शन को बनाए रखना चाहती है तो वहीं पीएम मोदी पर वाराणसी में अपनी साख को बरकरार रखने की चुनौती हैं।
कहां से कितने प्रत्याशी मैदान में:
वाराणसी के 8 विधानसभा सीटों पर 127 प्रत्याशी मैदान में हैं
जौनपुर में 9 सीटों के लिए 121 प्रत्याशी
गाजीपुर में 7 सीटों पर 71 प्रत्याशी
मिर्जापुर में 5 सीटों पर 72 प्रत्याशी
सोनभद्र में 4 सीटों पर 51 प्रत्याशी
चंदौली में 4 सीटों पर 44 प्रत्याशी
भदौही में 3 सीटों के लिए 49 प्रत्याशी
करीब एक महीने से चल रहे विधानसभा चुनावों के आखिरी चरण में कुल 1 करोड़ 41 लाख मतदाता 40 प्रत्याशियों की किस्मत चमकाने के लिए बुधवार सुबह से वोट डाल रहे हैं। इनमें से 64 लाख 76 हजार महिला मतदाता है। यूपी के गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली, मिर्जापुर, भदौही, जौनपुर और सोनभद्र समेत 7 जिलों में मतदान हो रहे हैं। इनमें से तीन जिले सोनभद्र, मिर्जापुर और चंदौली नक्सल प्रभावित क्षेत्र हैं।
आपको बता दें कि मंगलवार रात लखनऊ में करीब 12 घंटे तक मुठभेड़ करने के बाद एक आतंकी का एंकाउटर किया गया और कानपुर, इटावा से संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार भी किया गया है। यूपी एटीएस के मुताबिक दो और आतंकी की तलाश जारी हैं। इस ख़बर का असर आखिरी चरण के चुनावों पर भी देखने को मिल रहा है। पूर्वांचल के संवेदनशील इलाकों में सुबह नौ बजे तक वोट प्रतिशत बाकी जगहों से कम देखने को मिला है।
यूपी में 11 बजे तक करीब 25 फीसदी मतदान हुआ है जबकि मणिपुर में वोटर्स की तेज़ी और ज्यादा देखने को मिली। मणिपुर में 11 बजे तक करीब 45% फीसदी वोट पड़ चुके हैं
11 बजे तक कहां कितना हुआ मतदान:
गाजीपुर में सुबह 11 बजे तक 26.1% मतदान
वाराणसी में 26% मतदान
चंदौली में 25.7% मतदान
भदौही में 23.8% मतदान
मिर्जापुर में 28% मतदान
जौनपुर में 21.5% मतदान
सोनभद्र में 25% मतदान
यूपी के आखिरी चरण के चुनाव क्षेत्रों में 2012 के विधानसभा चुनाव में सपा ने सबको पीछे छोड़ते हुए बाजी मारी थी। सपा नें 40 सीटों में से 23 सीटों पर अपना कब्जा किया था जबकि बसपा 5, बीजेपी, 4 और कांग्रेस मात्र तीन सीटें ही जीत पाई थी। इसके अलावा अन्य के खातों में 5 सीटें गई थी। हालांकि 2014 में लोकसभा चुनावों में इन क्षेत्रों में मोदी की लहर में बीजेपी ने सभी पार्टियों को पछाड़ दिया था। ऐसे में अब 2017 विधानसभा का चुनाव काफी रोमांचक मोड़ पर आ गया है क्योंकि सभी पार्टियों के सामने अपनी साख बचाने की चुनौती है।