चीन के जवान (Chinese Soldiers) लाठी-डंडे, भाला, चाकू से युद्ध करने में माहिर होते हैं। बंदूक के इस जवाने में चीनी सैनिक इस तरह के हथियारों का उपयोग अधिक करते हैं। इस तरह की कुछ तस्वीरें गलवान घाटी (Galwan Valley) से सामने भी आईं थी। अब भारत सरकार भारतीय सेना (Indian Army) को भी इसी तरह की ट्रेनिंग देने की कोशिश कर रही है। इसके लिए लाठी-डंडे नुमा हथियार भी बनाया जा रहा है। हथियार बनाने की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश के नोएडा में स्थित Apasteron Pvt Ltd कंपनी को दी गई है।
यहां देखें वीडियो
न्यूज एजेंसी एएनआई ने इसका एक वीडियो भी ट्वीट किया है जिसमें Trishul’ और ‘Sapper Punch’ अन्य कई हथियार दिख रहे हैं। इन हथियारों को देखकर कह सकते हैं कि भारतीय सेना चीन के सैनिकों को उसी के लहजे में जवाब देने के लिए तैयार है।
व्रज- व्रज एक मेटल की लाठी है। इसमें दुश्मन को झटका देने के लिए करंट रखा गया है। यह एक मिनट में दुश्मन को बता देगी कि तुम कहां पर खड़े हो।
त्रिशूल- त्रिशूल की नोक इस कदर पैनी होती है कि इंसान के शरीर से पलभर में आर-पार हो जाती है। इसको चलाने के लिए भी विशेष प्रकार की ट्रेनिंग दी जाती है। अगर इसमें करंट उतर आए तो यह और भी खतरनाक हो जाएगा।
सैपर पंच- सैपर पंच यानी कि करंट वाला ग्लव्स, यह दुश्मन को एक ही पंच में सुला देगी। एक बार चार्ज होने के बाद 8 घंटे चलता है। खास बात यह है कि पानी में भी काम करता है। पूरी तरह से वाटर प्रूफ है।
दंड- दंड मतलब बिजली से चलने वाला डंडा। यह 8 घंटे तक बैकअप देता है। 8 घंटे के बाद इसे चार्ज करना पड़ेगा। पूरी तरह से वाटर प्रूफ है।
भद्र- यह एक अनोखी ढाल है, जो दुश्मनों के वार से सेना को बचाएगी। इसमें बहने वाला करंट दुश्मन को मौत के घाट उतार सकता है।
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