पिछले कुछ दिनों में ट्विटर पर ट्रॉल्स बढ़े हैं। हम अक्सर देखते हैं कि जैसे ही कोई एक्ट्रेस अपनी फोटो ट्विटर पर डालती है या कोई ऐसी बात जो लोगों की निजी तौर पसंद नहीं आते उन्हें लेकर लोग उन्हें ट्रोल करते हैं, भद्दी बातें कहते और उन्हें गालियां तक देते हैं। ट्वीटर पर ऐसी ही चीजों के विरोध में आज भारत समेत दुनियाभर की महिलाएं ट्विटर पर “#WomenBoycottTwitter ” हैशटैग चला एक दिन के लिए ट्विटर का बहिष्कार कर रही हैं।
वैसे यह सब भारत से शुरू नहीं हुई हैं, बल्कि इसे शुरू करने वाली अमेरिका की अदाकार रोज़ मेकगॉवन हैं जिनके द्वारा अपने निजी जीवन के घटना को शेयर करने पर उन्हें ट्विटर ने सस्पेंड कर दिया था।
दरअसल रोज़ ने हॉलीवुड प्रोड्यूसर हार्वे वीन्सटीन के खिलाफ सोशल मीडिया पर मोर्चा खोला हुआ है जिन पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगे हैं। इसी को लेकर रोज़ ने एक ट्वीट किया कि हार्वी ने साल 1997 में उनके साथ रेप किया था। हार्वी पर आरोप लगाने के कुछ देर बाद ही ट्विटर ने उनका अकाउंट सस्पेंड कर दिया। इसके बाद कुछ लोग और खासकर महिलाएं रोज़ के समर्थन में आयीं और उन्होंने एक दिन के लिए ट्विटर का त्याग कर दिया।
Gents, let’s do this too. No tweeting for a day. In solidarity with @rosemcgowan. https://t.co/vjM0WZynOC #WomenBoycottTwitter pic.twitter.com/aiXZqrj2JA
— Jeeves Williams (@jeeveswilliams) October 12, 2017
वैसे यह बात गलत नहीं है कि ट्विटर उन लोगों को सस्पेंड नहीं करती जो लोगों के लिए सामने से गालियाँ लिख कर जाते हैं। भले ही लोगों को उस व्यक्ति से जीवन से कोई मतलब न हो, न ही कोई नुकसान हो रहा हो पर हम अपने शब्दों द्वारा उन्हें मानसिक तौर से प्रताड़ना देते हैं।
हालांकि अब इसे लेकर ट्वीटर ने सफाई दी है पर लोगों का गुस्सा कम नहीं हुआ है। इसके बाद ट्विटर सेफ्टी के अधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिख गया कि, “हम रोज़ मेकगोवेन टीम से संपर्क में हैं। हमने कुछ देर के लिए रोज़ का अकाउंट अस्थायी रूप से लॉक किया था क्योंकि उनके एक ट्वीट में प्राइवेट फोन नंबर था, जो हमारी पॉलिसी के खिलाफ है। फिलहाल ट्विटर से अब इस ट्वीट को हटा दिया गया है और अकाउंट को अनलॉक कर दिया गया है। अपने प्लेटफॉर्म पर सच बोलने वालों का समर्थन करने पर हमें गर्व है।”
बता दें कि इस विरोध में महिलाओं के साथ कुछ बुद्धिजीवियो ने भी साथ निभाया। यहां तक कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता उमर अब्दुल्ला भी इस मुहिम के समर्थन में आए हैं। उमर ने ट्वीट किया, “एक बेहतर एंटी हैरेसमेंट पॉलिसी के 24 घंटे के लिए विरोध कर रही महिलाओं के समर्थन में मैं भी इस बायकॉट में शामिल हूं। मैं ट्विटर पर कल वापस लौटूंगा।”
In support of all those ladies who are boycotting @twitter for 24 hours for a better anti-harassment policy. I’ll be back tomorrow.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) October 13, 2017